CM को लेकर तेजस्वी ने दिया विवादास्पद बयान, बिहार की जनता की ओर से लिखा यह पत्र, पढ़ें

पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमले कर रहे हैं. इसी क्रम में तेजस्वी यादव ने रविवार को मुख्यमंत्री के खिलाफ विवादित बयान दिया. जब बयान को लेकर मीडिया में खबरें चलने लगीं, तो उन्होंने दोबारा ट्वीट कर उसी बात को दोहराया और विवादास्पद बयान दिया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2018 4:49 PM

पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमले कर रहे हैं. इसी क्रम में तेजस्वी यादव ने रविवार को मुख्यमंत्री के खिलाफ विवादित बयान दिया. जब बयान को लेकर मीडिया में खबरें चलने लगीं, तो उन्होंने दोबारा ट्वीट कर उसी बात को दोहराया और विवादास्पद बयान दिया. तेजस्वी यादव ने कहा है कि हां, नीतीश कुमार ने दो बार जनादेश का अपमान और बलात्कार किया है. पहले बीजेपी के साथ 2010 में जनादेश प्राप्त किया,2013 तक उनका प्रयोग किया और जबरदस्ती छोड़ दिया. फिर 2015 में राजद की मदद से जनादेश प्राप्त किया और 2017 तक जरूरत पूरा कर चलते बने. किस बात की मिर्ची?

वहीं, आज एक अणे मार्ग में आयोजित लोक संवाद कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने विरोधियों को इशारों-इशारों में जवाब देते हुए कहा कि उन पर कोई पत्थर चलाये या गोली चलाये, वह बदले की कार्रवाई में विश्वास नहीं रखते हैं. वे अपना काम करने पर ध्यान देते हैं. तेजस्वी यादव ने ठीक उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार की जनता की तरफ से विशेष दर्जे की मांग को लेकर एक पत्र लिखा है.

तेजस्वी ने पत्र में लिखा है कि आदरणीय मुख्यमंत्री महोदय सादर आपका ध्यान 01 फरवरी को भारतीय सदन में प्रस्तुत किये गये आम बजट 2018 की ओर आकृष्ट करना चाहता हूं, जिसमें स्पष्ट तौर पर बिहार की जनता की अपेक्षाओं और हितों की अनदेखी की गयी है. तेजस्वी ने आगे लिखा है कि बिहार राज्य की दीर्घकालीन मांग रही है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए. बिहार के विभाजन के समय तत्कालीन सरकार ने इसकी पूरजोर मांग उठाई थी. सर्व विदित है कि तत्कालीन केंद्र सरकार में बिहार के ही राजद के प्रतिनिधियों ने राजनीति वश इसमें रोड़ा अटका दिया था. अब जनादेश की हत्या कर बनी राज्य की वर्तमान सरकार क्षुब्ध जनता को यह कहकर बहला रही है कि केंद्र और राज्य में एक ही गठबंधन की सरकार होने से प्रगति को गति मिलेगी. यह लोगों को भ्रमित करने वाला विचार वास्तव में देश के संघीय व्यवस्था और संविधान का अपमान है.

तेजस्वी ने लिखा है कि राज्य सरकार के कथनानुसार आज राज्य में डबल इंजन की सरकार है. पर नयी अनैतिक सरकार बनने के बाद से सिर्फ और सिर्फ अपराध की घटनाओं को ही डबल इंजन लगा है. केंद्र और राज्य सरकार किन्हीं अज्ञात कारणों से किसी प्रकार का तालमेल नहीं बिठा पायी हैं. एक दूसरे पर राजनीतिक वर्चस्व स्थापित करने के सत्तारूढ़ गठबंधन दलों की मंशा के बीच बिहार की जनता पिस रही है. तेजस्वी ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा है कि बिहार की जनता की अपेक्षा थी कि प्रधानमंत्री की वादाखिलाफी के जो टेप आप उन्हें सभाओं में सुनाते थे, कम से कम अब अनैतिक रूप से बीजेपी के साथ जाने के बाद उन्हें वायदानुसार 15-15 लाख रुपये तो दिलवा ही देंगे. बिहार की महान जनता और नेता प्रतिपक्ष के माध्यम से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आपको अधिकारी रैली की याद दिला रही है. तेजस्वी ने पत्र में मुख्यमंत्री को हिम्मत दिखाने का चैलेंज भी दिया है.

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