बिहार : कुख्यात रामजन्म यादव की हत्या को लेकर साइबर सेल का शक, सुपारी किलर से करवायी हत्या
तफ्तीश. मोबाइल के सीडीआर से रामजन्म व हत्यारों के बीच कनेक्शन को लेकर जांच पंडारक मोकामा : चलती ट्रेन में पंडारक के लेमुआबाद का निवासी कुख्यात रामजन्म यादव की हत्या सुपारी किलर से करायी गयी थी. बताया जाता है कि रामजन्म इलाके में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में था. इससे पहले […]
तफ्तीश. मोबाइल के सीडीआर से रामजन्म व हत्यारों के बीच कनेक्शन को लेकर जांच
पंडारक मोकामा : चलती ट्रेन में पंडारक के लेमुआबाद का निवासी कुख्यात रामजन्म यादव की हत्या सुपारी किलर से करायी गयी थी. बताया जाता है कि रामजन्म इलाके में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में था.
इससे पहले ही विरोधियों ने षड्यंत्र कर उसकी जान ले ली. वारदात से जुड़े अहम सुराग मिलने का पुलिस दावा कर रही है. हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इधर कुख्यात की हत्या के बाद पंडारक थाना क्षेत्र के छपेरातर में रात भर रुक-रुक कर हवाई फायरिंग हुई. सूत्रों की मानें तो कुख्यात की मौत के जश्न में गोलियां चलायी गयीं. हालांकि पुलिस फायरिंग की घटना से इन्कार कर रही है. बता दें कि रविवार की शाम अथमलगोला के पास पाटलीपुत्र एक्सप्रेस की जनरल बोगी में रामजन्म यादव की गोली मार हत्या कर दी गयी थी.
पंडारक क्षेत्र में गैंगवार की आशंका, उपद्रवी तत्वों से निबटने को दंगा निरोधी दस्ता तैनात
-साइबर सेल ने मोबाइल नंबर की जांच शुरू की: मामले में बरामद किये गये मोबाइल के सीडीआर से रामजन्म यादव और उसके हत्यारों के बीच कनेक्शन को लेकर जांच के लिए साइबर सेल में तफ्तीश शुरू कर दी गयी है. रेल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि रामजन्म यादव घटना के पहले कहां था और उससे किस नंबर पर बातचीत हुई थी.
हत्यारे कितनी संख्या में थे और कहीं ऐसा तो नहीं कि उसके नजदीकी ने ही सुपारी लेकर रामजन्म यादव को मौत के घाट उतार दिया है. हालांकि इस मामले में उसके विरोधी गिरोह पर शक जताया जा रहा है. हालांकि अब तक इस मामले में कोई भी सुराग नहीं मिल सका है. फॉरेंसिक जांच टीम ने भी घटना की जांच की है.
पांच थानों के पुलिसकर्मियों की तैनाती
बाढ़. रामजन्म यादव की हत्या के बाद हुए उपद्रव के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा शांति बनाये रखने को लेकर रैपिड एक्शन फोर्स के साथ पांच थानों की पुलिसकर्मियों की तैनाती लेमुआबाद में की गयी है. कुख्यात रामजन्म यादव के शव का अंतिम संस्कार किया. रविवार की रात को रामजन्म यादव के शव को लेकर हाईवे जाम करने और पुलिस जीप को फूंक देने के मामले में पंडारक पुलिस ने थानाध्यक्ष दिवाकर विश्वकर्मा के बयान पर लेमुआबाद गांव के 50 नामजद तथा 200 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
रेल डीएसपी ने शुरू की जांच
रामजन्म यादव की हत्या मामले में सोमवार की देर शाम तक रेल थाने में केस दर्ज नहीं हो पाया था. रेल पुलिस का कहना है कि मृतक के परिजनों ने लिखित प्रतिवेदन नहीं दिया है. पटना पूर्वी के रेल डीएसपी भगवान प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में बख्तियारपुर इंस्पेक्टर रंजीत कुमार, मोकामा इंस्पेक्टर संजय कुमार तथा बाढ़ रेल थानाध्यक्ष सुरेश राम के नेतृत्व में अथमलगोला रेलवे स्टेशन के पास ताजपुर पुल, चापर घाट, जमालपुर गांव सहित कई क्षेत्रों में छानबीन की गयी.
दहशत में ग्रामीण, पुलिस कर रही कैंप : पंडारक थाने के लेमुआबाद व छपेरातर गांव में लोग अप्रिय वारदात की आशंका पर दहशत में हैं. रामजन्म के समर्थक व कट्टर विरोधी उदय गिरोह के बीच तनाव बरकरार है. हालांकि इलाके में उपद्रवी तत्वों से निबटने को दंगा निरोधी दस्ता भी मंगाया गया है.
ग्रामीणों का कहना है कि रामजन्म ने इलाके में अपराधियों का बड़ा नेटवर्क फैला रखा था. उसके गिरोह की कमान उसके करीबी संभाल सकते हैं. इधर रामजन्म की हत्या के बाद बाढ़ जेल में बंद कुख्यात उदय यादव के गुर्गे भी वर्चस्व कायम करने के लिये घूम-घूम कर फायरिंग कर रहे हैं. इस संबंध में पंडारक थानेदार दिवाकर कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि पुलिस मुस्तैद है.