बिहार इंटर परीक्षा 2018 : कुल 114 परीक्षार्थी हुए निष्कासित, बोर्ड अध्यक्ष बोले, नहीं हुआ पेपर लीक
पटना : बिहार इंटर परीक्षा का पेपर लीक होने की खबरों का खंडन करते हुए बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि प्रश्नपत्र लीक होने की कहीं से कोई पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि आज आयोजितकियेगये परीक्षा को निरस्त नहीं किया जायेगा. आनंद किशोर ने कहा कि बोर्ड कदाचारमुक्त परीक्षा […]
पटना : बिहार इंटर परीक्षा का पेपर लीक होने की खबरों का खंडन करते हुए बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि प्रश्नपत्र लीक होने की कहीं से कोई पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि आज आयोजितकियेगये परीक्षा को निरस्त नहीं किया जायेगा. आनंद किशोर ने कहा कि बोर्ड कदाचारमुक्त परीक्षा को कराने में सफल रही है. वहीं इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 में पूरे बिहार भर में 1,384 परीक्षा केंद्रों से 114 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये.
बोर्डअध्यक्ष आनंद किशोरने पत्रकारोंसे बातचीत में यह बातें कहीं. उन्होंने कहा कि इस तरह की शरारत में जो भी शामिल होगा, उनपर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि परीक्षा शुरू होने के ढाई घंटे बाद प्रश्नपत्र के कुछ अंश नवादा में वायरल हुए. नवादा डीएम और एसपी ने संज्ञान लेकर मामले की जांच कर रहे हैं. आनंद किशोरनेकहा, आज सुबह 9 बजे से पहले प्रश्नपत्र लीक होता तो उसे लीक कहा जा सकता है. 12 बजे के बाद अगर ऐसा कुछ होता है तो इससे परीक्षा कैसे प्रभावित होगी.
आनंद किशोर ने कहा, हर केंद्र पर अधिक प्रश्नपत्र भजे जाते हैं. परीक्षा केंद्र अन्य कमरों में रखे एक्ट्रा प्रश्नपत्र को शरारती तत्व इसे बाहर ले जा सकता है. इससे परीक्षा पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कोई प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ. पहली पाली की परीक्षा खत्म होने पर प्रश्नपत्र वायरल हुआ. नवादा में बायोलॉजी का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. नवादा के डीएम और एसपी ने प्रश्नपत्र लीक होने की बात के इन्कार किया है.
इंटरमीडिएट परीक्षा में कुल 114परीक्षार्थी हुए निष्कासित
परीक्षा के दौरान कदाचार करने के मामले परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया. हालांकि बोर्ड द्वारा बीते वर्ष की तुलना में निष्कासित परीक्षार्थियों की संख्या को कम करने में थोड़ी सफलता जरूर मिली है. 2017 की इंटरमीडिएट परीक्षा में जहां पहले दिन 300 परीक्षार्थियों के निष्कासित किये गये थे. वहीं, इस वर्ष निष्कासित सूची में लगभग 200 की गिरावट आयी है. पटना जिला में भी निष्कासित की संख्या एक रही. कई जिलों में बेहतर प्रदर्शन रहा. जहां निष्कासित की संख्या शून्य रही. इनमें गोपालगंज, बक्सर, रोहतास व किशनगंज शामिल है. वहीं सबसे अधिक सारण जिले में निष्कासित परीक्षार्थियों की संख्या 15 रही.
निष्कासित परीक्षार्थियों की जिलावार सूची
जिला निष्कासित की संख्या
1. सारण 15
2. गया 14
3. नवादा 10
4. सीवान 10
5. औरंगाबाद 8
6. अरवल 7
7. बेगुसराय 6
8. खगड़िया 6
9. मुंगेर 4
10 नालंदा 4
11. समस्तीपुर 4
12. जहानावाद 3
13. मधुबनी 3
14. मधेपुरा 3
15..शेखपुरा 3
16. भागलपुर 2
17. वैशाली 4
18. जमुई 2
19 सुपौल 2
20 पटना 1
21 कैमूर 1
22 सहरसा 1
23 भोजपुर 1
24 गोपालगंज 0
25 किशनगंज 0
26 बक्सर 0
27 रोहतास 0
28 दरभंगा 0