बिहार: नवादा में परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल प्रश्नपत्र पर बोर्ड अध्यक्ष का दावा परीक्षा पर नहीं पड़ा असर

बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा-शरारती तत्वों का काम नवादा डीएम व एसपी कर रहे हैं जांच पटना/नवादा : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट की परीक्षा मंगलवार को शुरू हुई. राजधानी समेत राज्य भर में सभी 1384 केंद्रों पर पूरी सख्ती के साथ परीक्षा दो पालियों में परीक्षा का संचालन हुआ. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2018 8:12 AM
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा-शरारती तत्वों का काम
नवादा डीएम व एसपी कर रहे हैं जांच
पटना/नवादा : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट की परीक्षा मंगलवार को शुरू हुई. राजधानी समेत राज्य भर में सभी 1384 केंद्रों पर पूरी सख्ती के साथ परीक्षा दो पालियों में परीक्षा का संचालन हुआ.
हर तरह की गड़बड़ी से निबटने व सख्ती सारी की तैयारियों के बावजूद नवादा जिले में पहले दिन पहली पाली में ही बायोलॉजी का प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जानकारी के अनुसार परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही प्रश्नपत्र वायरल हो चुका था. लेकिन बिहार बोर्ड की मानें तो परीक्षा शुरू होने के सवा दो घंटे बाद प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर आया. इससे परीक्षा की गोपनीयता और स्वच्छता प्रभावित नहीं होती है.
इसके बावजूद बोर्ड ने इसे व्यवस्था में कहीं-न-कहीं चूक मानते हुए कहा कि यह शरारती तत्वों का काम है. नवादा के डीएम और एसपी ने इसकी जांच शुरू कर दी गयी है. जो भी दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. जांच के क्रम में केंद्र का नाम सामने आ जाता है तो उसे ब्लैकलिस्टेड करते हुए केंद्राधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
जांच में बोर्ड साइबर सेल की भी मदद लेगा. नवादा जिला समाहरणालय में पत्रकारों से बातचीत में डीएम कौशल कुमार ने कहा कि जिले में इंटरमीडिएट की पहली पाली की परीक्षा के लिए सभी परीक्षार्थी केंद्र के अंदर जा चुके थे. परीक्षा शुरू होने के लगभग दो घंटे के बाद किसी शरारती तत्व ने सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र को वायरल कर दुष्प्रचार करने का प्रयास किया है. लेकिन इसका परीक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा है. परीक्षा पूरी तरह कड़ाई के साथ शांतिपूर्ण व कदाचारमुक्त माहौल में हो रही है. इस मौके पर एसपी विकास बर्मन भी मौजूद थे.
अन्य जिलों से िकसी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना नहीं
नवादा में प्रश्नपत्र वायरल मामले को छोड़ राज्य के किसी जिले से परीक्षा केंद्रों पर किसी तरह की गड़बड़ी की सूचना नहीं है. परीक्षा को लेकर केंद्रों पर पूरी सख्ती रही. जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में बैठने दिया गया. परीक्षा केंद्रों व बिहार बोर्ड की ओर से बताया गया है कि इस बार परीक्षा में परीक्षार्थियों का भी सहयोग देखने को मिल रहा है.
नकल करा रही महिला वीक्षक को भेजा जेल
देसरी (वैशाली). वैशाली जिले के देसरी थाने के नयागांव सोनरटोली स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में मंगलवार को इंटर परीक्षा के पहले दिन नकल करा रही एक महिला वीक्षक अनिता कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया. डीएम रचना पाटिल पहली पाली की परीक्षा के दौरान उन्हें चिट-पुर्जा के साथ पकड़ा. उन पर प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद उन्हें देसरी थाने को सौंप दिया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.
अगले साल से जैमर पर विचार
िबहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद िकशोर ने कहा कि अगले साल से परीक्षा केंद्रों में जैमर लगाने पर भी विचार कर सकता है, ताकि परीक्षा केंद्र से कोई पेपर को वायरल न कर सके. हालांकि इसके लिए सरकार की अनुमति अनिवार्य है. इसलिए इस पर काफी सोच-समझ कर ही कोई निर्णय लिया जा सकता है.
बोर्ड अध्यक्ष का दावा
परीक्षा शुरू होने के सवा दो घंटे बाद पेपर वायरल परीक्षा पर नहीं पड़ा असर
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि नवादा के डीएम और एसपी ने रिपोर्ट दी है कि परीक्षा आरंभ होने के करीब सवा दो घंटे बाद प्रश्नपत्र वायरल हुआ है. इसलिए इसकी गोपनीयता और स्वच्छता प्रभावित नहीं होती है. अत: यह परीक्षा दोबारा लेने का सवाल ही नहीं उठता है. मंगलवार को वह अपने कार्यालय कक्ष में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि परीक्षा केंद्र में सुबह 9:00 बजे से परीक्षार्थियों का प्रवेश शुरू हो जाता है. 9:45 बजे से प्रश्नपत्र का वितरण किया जाता है. 10:00 बजे से परीक्षार्थी लिखना आरंभ करते हैं. इसके करीब सवा दो घंटे बाद प्रश्नपत्र किसी तरह से बाहर हो गया. संभवत: यह किसी शरारती तत्व का काम है. चूंकि हर केंद्र पर 5 से 10 प्रतिशत अधिक प्रश्नपत्र भेजे जाते हैं.
परीक्षार्थियों के बीच वितरण के बाद बचे हुए प्रश्नपत्र कार्यालय में रखे रहते हैं. किसी शरारती तत्व ने शायद उन्हीं में से कुछ अंशों की फोटो लेकर सोशल मीडिया पर डाल दी हो. मामले में जो भी दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई तय है. एक सवाल पर आनंद किशोर ने कहा कि प्रश्नपत्र परीक्षा आरंभ होने से पहले सोशल मीडिया पर सार्वजनिक नहीं हुआ है.
यदि पहले आया हो तो इसे लीक माना जा सकता है. लेकिन ऐसा नहीं है. रही बात परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद सार्वजनिक होने की तो इसकी भी जांच की जायेगा. नवादा के डीएम व एसपी टाइमिंग की जांच करेंगे. इसमें साइबर सेल की भी मदद ली जायेगा, ताकि संबंधित परीक्षा केंद्र व उससे जुड़े तथ्यों को उजागर किया जा सके.
पिछले साल भी वायरल हुआ था प्रश्नपत्र
इंटरमीडिएट की परीक्षा में पिछले वर्ष भी प्रश्नपत्र वायरल हुआ था. बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस मामले में दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. मामले में वीडियो कर्मी को दोषा पाया गया था. तब भी प्रश्नपत्र का कुछ हिस्सा बाहर हुआ था.
वायरल पेपर
की पुष्टि होने पर करेंगे कार्रवाई
मामले की जानकारी मिली है. इस संबंध में पूरी जांच करायी जा रही है. पेपर वायरल होने की पुष्टि होने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, शिक्षा मंत्री

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