अररिया, जहानाबाद व भभुआ में 11 मार्च को होगा उपचुनाव, 14 को मतगणना, जानिए कौन कितने सिटों पर उतारेगा उम्मीदवार
निर्वाचित उम्मीदवारों के निधन के कारण ये तीनों सीटें हुई थीं खाली नयी दिल्ली/पटना : बिहार की अररिया लोकसभा सीट और जहानाबाद व भभुआ विधानसभा सीटों के लिए 11 मार्च को उपचुनाव होंगे, जबकि मतगणना 14 मार्च को होगी. चुनाव आयोग ने शुक्रवार को उपचुनाव के कार्यक्रमों घोषणा की. राजद सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के निधन […]
निर्वाचित उम्मीदवारों के निधन के कारण ये तीनों सीटें हुई थीं खाली
नयी दिल्ली/पटना : बिहार की अररिया लोकसभा सीट और जहानाबाद व भभुआ विधानसभा सीटों के लिए 11 मार्च को उपचुनाव होंगे, जबकि मतगणना 14 मार्च को होगी. चुनाव आयोग ने शुक्रवार को उपचुनाव के कार्यक्रमों घोषणा की.
राजद सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के निधन के कारण अररिया लोकसभा सीट पर उपचुनाव करवाया जा रहा है. वहीं, बिहार विधानसभा की जहानाबाद सीट राजद विधायक मुंद्रिका सिंह यादव और भभुआ सीट भाजपा विधायक आनंद भूषण पांडेय के निधन के चलते खाली हुई है.
यूपी में गोरखपुर व फुलपुर
लोस सीटों पर भी उपचुनाव : यूपी के गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के लिए भी 11 मार्च को उपचुनाव होंगे. 2014 के लोकसभा चुनाव में गोरखपुर से सांसद चुने गये योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री व फूलपुर से सांसद निर्वाचित केशव प्रसाद मौर्य के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद ये दोनों सीटें रिक्त हुई थीं. चर्चा है कि बसपा प्रमुख मायावती फूलपुर उपचुनाव में मैदान में आ सकती हैं.
वीवीपैट मशीन के माध्यम से होगा मतदान : चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि पहली जनवरी, 2018 की तिथि के अनुसार अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित कर दी गयी है. नयी मतदाता सूची के आधार पर ही मतदान कराया जायेगा. साथ ही सभी बूथों पर ईवीएम और वीवीपैट मशीन के माध्यम से मतदान होगा. वीवीपैट मशीन का प्रयोग मतदान की पारदर्शिता के लिए किया जा रहा है.
इसमें मतदान करने के बाद मतदाता को वीवीपैट मशीन में एक स्लिप निकल कर संग्रहित होगी. इससे मतदाता यह देख सकेगा कि वह जिस उम्मीदवार को मतदान किया है,उसका वोट उसी को प्राप्त हुआ है या नहीं. आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदान के लिए मतदाता पहचान पत्र ही मतदान के लिए एकमात्र वैध दस्तावेज होगा.
जदयू और भाजपा के दोबारा एक साथ आने के बाद पहला चुनाव
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के भाजपा के साथ हाथ मिलाने के बाद राज्य में यह पहला उपचुनाव होगा, जिससे इसकी महत्ता बढ़ गयी है. इस उपचुनाव को राजद प्रमुख लालू प्रसाद के लिए प्रतिष्ठा के प्रश्न के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि चारा घोटाले के दो और मामलों में सजा सुनाये जाने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं.
लालू का एलान तीनों सीटों पर राजद उतारेगा उम्मीदवार
पटना. राजद ने तीनों सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है. वह अपने सहयोगी दल कांग्रेस के लिए कोई भी सीट नहीं छोड़ने जा रहा है. रांची जेल में बंद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद शुक्रवार को जब कोर्ट में सुनवाई के लिए आये तो उन्होंने इसकी घोषणा की. पत्रकारों से उन्होंने कहा कि तीनों सीटों पर राजद के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे. ये तीनों सीटें राजद की हैं.
उपचुनाव कार्यक्रम
अधिसूचना 13 फरवरी
नामांकन (अंतिम तिथि) 20 फरवरी
स्क्रूटनी 21 फरवरी
नाम वापसी 23 फरवरी
मतदान 11 मार्च
मतगणना 14 मार्च
जीत का अंतर : 7,744 वोट
– 2015 का िवधानसभा चुनाव जदयू, राजद और कांग्रेस ने एक साथ महागठबंधन के रूप में लड़ा था, जबकि भाजपा नीत एनडीए में रालोसपा, हम और लोजपा शामिल थीं