जदयू को वोट की नहीं, सिर्फ काम की चिंता : आरसीपी सिंह

पटना : जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व राज्यसभा में पार्टी के नेता आरसीपी सिंह ने कहा कि हमें वोट की चिंता किये बिना सिर्फ अपना काम करना है. साथ ही उन कामों को समाज के अंतिम छोर तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि जदयू उन दलों में शामिल नहीं है जिसे अतिपिछड़ा, अल्पसंख्यक, महिला, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2018 10:32 AM

पटना : जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व राज्यसभा में पार्टी के नेता आरसीपी सिंह ने कहा कि हमें वोट की चिंता किये बिना सिर्फ अपना काम करना है. साथ ही उन कामों को समाज के अंतिम छोर तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि जदयू उन दलों में शामिल नहीं है जिसे अतिपिछड़ा, अल्पसंख्यक, महिला, महादलित आदि की जरूरत केवल वोट के लिए हो. पार्टी के नेता व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इन लोगों की जरूरत उनके विकास के लिए है.

आरसीपी सिंह शनिवार को एक अणे मार्ग में आयोजित तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. आरसीपी सिंह ने कहा कि अब बिहार के सभी 534 प्रखंडों में एक ही दिन 25 फरवरी को प्रशिक्षण कार्यक्रम कर एक नया इतिहास रचना है. पार्टी द्वारा चयनित 13 विषयों पर प्रशिक्षण देने के लिए तैयार किये गये सात हजार मास्टर ट्रेनर पार्टी को एक नयी धार देंगे.

नीतीश कुमार और बिहार सरकार द्वारा किये जा रहे लोक कल्याणकारी व समाज-सुधार के कार्यों का लाभ राज्य के सभी 11 करोड़ लोगों तक पहुंचाना है. प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण का काम पार्टी में निरंतर होता रहेगा. आगे चल कर इसमें नये विषय जोड़े जायेंगे. कार्यक्रम के पहले दिन चार विषयों अतिपिछड़ा सशक्तीकरण, अल्पसंख्यक सशक्तीकरण, महिला सशक्तीकरण एवं महादलित सशक्तीकरण पर विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया गया था.

इसमें प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार एवं मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमरदीप, महासचि व डाॅ नवीन कुमार आर्य, अजीम जी , कय्यूम अंसारी, मोहम्मद सलाम एवं मौलाना उमर नूरानी, डाॅ भारती मेहता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व विधायक श्याम रजक के साथ पूर्व विधायक अरुण मांझी व विद्यानंद विकल ने संवाद किया. कार्यक्रम में प्रो रामवचन राय, संजय कुमार सिंह (गांधीजी), डा रंजू गीता, अनिल कुमार, श्याम बिहारी राम, प्रवक्ता अरविंद निषाद, सुश्री अंजुम आरा, श्रीमती श्वेता विश्वास, हुलेश मांझी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version