बोले संघ प्रमुख मोहन भागवत- आपसी फूट के कारण ही दूसरों ने हम पर राज किया

पटना : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों का आह्वान किया कि वे नि:स्वार्थ होकर देश और समाज के लिए काम करें. देश व समाज को आगे बढ़ाना है. देश को वैभवशाली बनाने के लिए काम करें. समता और एकता से ही समाज मजबूत होता है. समाज मजबूत होगा तो देश भी मजबूत होगा. श्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2018 7:23 AM

पटना : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों का आह्वान किया कि वे नि:स्वार्थ होकर देश और समाज के लिए काम करें. देश व समाज को आगे बढ़ाना है. देश को वैभवशाली बनाने के लिए काम करें. समता और एकता से ही समाज मजबूत होता है. समाज मजबूत होगा तो देश भी मजबूत होगा. श्री भागवत रविवार को यहां राजेंद्रनगर शाखा मैदान में महानगर के स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम में 3950 स्वयंसेवकों ने भाग लिया.

आरएसएस प्रमुख ने कहा कि संपूर्ण समाज की उन्नति की चाह से ही देश विकास करेगा. हमें देश के लिए जीना और मरना है. अगर हमारी एकता टूटेगी तो देश के सामने संकट आयेगा. हम संगठन की नहीं, देश की चिंता करते हैं. उन्होंने कहा कि अपने यहां एकता में विविधता है. दुनिया को भारत फिर से रास्ता दिखाये, इसके लिए हमें योग्य बनना होगा. समाज में परिवर्तन लाने के लिए प्रभाव से मुक्त होना होगा. अहंकार से ऊपर उठकर देश और समाज के लिए काम करना होगा. संघ का मूलमंत्र ही है खुद बनो और लोगों को बनाओ. खुद के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए. सामाजिक समरसता के लिए हमें आगे बढ़कर काम करना होगा.

भागवत ने अपने संबोधन में कई उदारण देते हुए संघ के काम व विचारधारा तथा अनुशासन का पाठ पढ़ाया. मंच पर उत्तर पूर्व क्षेक्ष के सरसंघचालक सिद्धिनाथ सिंह व महानगर संघ चालक डॉ पवन अग्रवाल मौजूद थे. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी , केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे व रामकृपाल यादव, क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, भूमि सुधार व राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल, सहकारिता मंत्री राणा रंधीर सिंह सहित सांसद गोपाल नारायण सिंह, विधायक अरुण कुमार सिन्हा व नीतीन नवीन भी मौजूद थे.

आपसी फूट के कारण ही दूसरों ने हम पर राज किया

आरएसएस प्रमुख ने कहा कि आपसी फूट के कारण ही दूसरों ने हम पर राज किया. उन्होंने कहा कि पूरे देश को समता, स्वतंत्रता व बांधुत्व के भाव से चलना होगा, तभी देश की रक्षा होगी. उन्होंने कहा कि समाज में परिवर्तन लाने के लिए हमें खुद में परिवर्तन लाना होगा. अनुशासन के साथ हमें काम करना है. प्रत्येक व्यक्ति में देश के प्रति भक्ति होनी चाहिए.

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