बिहार दिवस : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 22 मार्च को करेंगे उद्घाटन, 24 को राज्यपाल करेंगे समापन
दहेज व बाल विवाह के खिलाफ दिखेगी झलक पटना : बिहार दिवस पर दहेज और बाल विवाह के खिलाफ भी झलक दिखेगी. मुख्य मंच पर जहां चंपारण शताब्दी समारोह से जुड़ी चीजों, बापू के विचारों के साथ-साथ दहेज व बाल विवाह के खात्मे का संदेश दिया जायेगा, वहीं शास्त्रीय संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये […]
दहेज व बाल विवाह के खिलाफ दिखेगी झलक
पटना : बिहार दिवस पर दहेज और बाल विवाह के खिलाफ भी झलक दिखेगी. मुख्य मंच पर जहां चंपारण शताब्दी समारोह से जुड़ी चीजों, बापू के विचारों के साथ-साथ दहेज व बाल विवाह के खात्मे का संदेश दिया जायेगा, वहीं शास्त्रीय संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये भी समां बांधा जायेगा.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बिहार समेत देश के लोक कलाकारों के अलावा नामचीन कलाकारों को भी बुलाने की तैयारी की जा रही है, जिस पर 17 फरवरी को होने वाली राज्य स्तरीय बैठक में अंतिम निर्णय लिया जायेगा. 22 मार्च से शुरू होने वाले बिहार दिवस का उद्घाटन पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे, जबकि 24 मार्च को इसका समापन राज्यपाल सत्यपाल मलिक करेंगे.
बिहार दिवस की तैयार शिक्षा ने शुरू कर दी है. सभी जिलों को कहा गया है कि बिहार दिवस के दिन स्कूलों व जिलों में कार्यक्रम का आयोजन किया जाये. बिहार दिवस को लेकर विभाग ने 20 समिति व उपसमिति का गठन किया है. सभी कमेटी को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गयी है और ये बिहार दिवस को सफल बनाने में अपना योगदान देंगे. शिक्षा विभाग ने बिहार शिक्षा परियोजना परिषद को नोडल विभाग बनाया है.
विभाग ने आयोजन समिति, परियोजना प्रस्ताव स्वीकृति समिति, कलात्मक काम के लिए उप समिति, सांस्कृतिक कार्यक्रम की उप समिति, गांधी मैदान में टेंट, पंडाल, बिजली व्यवस्था, अग्निशमन सुरक्षा, पानी, साफ-सफाई की व्यवस्था की समिति, प्रशासन से समन्वय की समिति, आईकार्ड व भोजन के कूपन बांटने की समिति, मुख्य मंच की व्यवस्था की समिति, जलपान व्यवस्था की समिति, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए समन्वय समिति गठित की गयी है.
समितियों का हुआ गठन
श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में होने वाले समारोह की समिति, जिलों से आने वाले प्रतिभागियों के रहने व भोजन की व्यवस्था के लिए समिति, अतिथियों के स्वागत व लाल पास धारियों के वाहन के प्रवेश के लिए समिति का गठन किया गया है. इसके अलावा गांधी के पवेलियन व स्टॉल के समन्वय के लिए समिति, सूचना केंद्र व प्रशासनिक भवन के लिए समिति, विज्ञापन व प्रचार प्रसार के लिए कमेटी, कार्ड वितरण के लिए समिति का गठन किया गया है.