माफियाओं के हौसले बुलंद, जारी है बेटा पैदा करने की दवाओं की बिक्री
इलाज का खेल : डेढ़ साल बाद भी जारी है दवा को चमत्कारी बता बेचने का कारोबार, दो दवाएं पकड़ी गयीं पटना : चमत्कारी व अवैध दवा बेचने वाले दवा माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह खुलेआम बेटा पैदा करने के नाम पर अवैध दवा बेच रहे हैं. औषधि विभाग ने पिछले डेढ़ […]
इलाज का खेल : डेढ़ साल बाद भी जारी है दवा को चमत्कारी बता बेचने का कारोबार, दो दवाएं पकड़ी गयीं
पटना : चमत्कारी व अवैध दवा बेचने वाले दवा माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह खुलेआम बेटा पैदा करने के नाम पर अवैध दवा बेच रहे हैं. औषधि विभाग ने पिछले डेढ़ साल में 15 ऐसे दुकानदारों को पकड़ा है, जो बेटा पैदा करने के नाम पर अवैध दवा बेचने का काला कारोबार करते थे. शनिवार को छापेमारी के दौरान विभाग ने आंख, कार्डियक एवं एंटीबायोटिक सहित दो तरह की चमत्कारी कह कर बेची जानेवाली दवाएं भी पकड़ीं.
विभाग की टीम ने जब पकड़े गये दुकानदारों से पड़ताल की तो पता चला कि बेटा पैदा करने के नाम पर बेची जाने वाली दवाएं झोला छाप डॉक्टर आम लोगों को बेचते हैं.
बनारस की मां वैष्णवी एजेंसी से लायी जाती हैं दवाएं : औषधि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पटना में बनारस और आगरा से इस तरह की दवाएं लायी जा रही हैं. गोविंद मित्रा रोड के पूजा इंटरप्राइजेज नाम की दवा दुकान का संबंध बनारस के वैष्णवी दवा एजेंसी से है.
ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि बनारस से पटना में इस तरह की दवाओं की खेप मंगायी जा रही है. जीएम रोड थोक दवा दुकान से पूरे बिहार में बेटा पैदा करने के नाम से बेची जाने वाली अवैध दवाओं का कारोबार किया जा रहा है. विभाग के अधिकारियों की मानें, तो मां वैष्णवी एजेंसी के संचालक से पूछताछ करने पर बड़े मामले का खुलासा होगा.
तीन बार 40 लाख रुपये से अधिक की पकड़ी गयीं चमत्कारी बतायी जानेवाली दवाएं
औषधि विभाग की ओर से बनायी गयी ऑपरेशन ड्रग माफिया टीम ने पिछले डेढ़ साल में तीन बार छापेमारी कर दवाएं जब्त की हैं. पिछले डेढ़ साल में अब तक 40 लाख से अधिक रुपये की दवाएं जब्त की गयी हैं. 15 दुकानदारों के लाइसेंस रद्द कर एफआइआर दर्ज की जा चुकी है. पकड़ी गयी दवाओं में पुत्र रत्न व ब्वॉय किट नाम की दवाएं शामिल हैं. इससे पहले शिवलिंगी, ब्वॉय किट, बीबीटी और मजुफल नाम की दवा पकड़ी थी.
लाइसेंस रद्द, एफआईआर
बेटा पैदा करने के नाम पर बेची जाने वाली दवाएं पूरी तरह से अवैध हैं. ऑपरेशन ड्रग माफिया के अंतर्गत अवैध रूप से बेची जाने वाली इन दवाओं को पकड़ने का क्रम जारी है. पटना में 15 से अधिक दवा दुकानदारों के लाइसेंस रद्द करने के साथ ही एफआईआर दर्ज की गयी है. बनारस से इस तरह की दवाएं आ रही हैं.
सच्चिदानंद विक्रांत, ड्रग इंस्पेक्टर औषधि विभाग
खुलेआम बिक रहे प्रतिबंधित एंटीबायोटिक
राजधानी के दवा बाजार में अपंजीकृत कंपनियों की एंटीबायोटिक दवाएं खुले में बिक रही हैं. प्रभात खबर ने शहर में संचालित हो रहे दवा दुकानदारों की पड़ताल की तो यह करतूत सामने आयी. इन पर भारत सरकार ने बैन लगा रखा है.
इन दुकानों पर मिल रहीं दवाएं : गोविंद मित्रा रोड के प्रसूल्ला पैलेस, उदय पैलेस और बेनी माधव लेन में करीब 34 दुकानों में भारत सरकार की ओर से बैन दवाओं की खरीद-फरोख्त होती है.
इन दवाओं पर प्रतिबंध : इसमें फेंसीड्रिल, कोरेक्स, आईटमेट एवं मैकलोड, स्किन दवा पेनट्रम, सुपरेस्ट, मेफकाइंड प्लस, लाइसो फ्लेम, डायक्लोविन प्लस, मोबीजोक्स, डोलोमेड एमआर, निमसेड-पी आदि पर प्रतिबंध है.