बिहार : 40 की उम्र में ही जवाब दे रहीं हड्डियां, बढ़ गये 30% मरीज, जानिए क्या है कारण
पटना : राजधानी के शहरी इलाकों में रहने वाली एक बड़ी आबादी की हड्डी व मांसपेशियां कमजोर हो रही हैं. पटना के पीएमसीएच व आईजीआईएमएस जैसे सरकारी अस्पतालों के न्यूरोलॉजी विभाग में आने वाले 30 फीसदी मरीज गर्दन, घुटना और कमर दर्द से पीड़ित हैं. इनमें ज्यादातर की उम्र 40 के आसपास है. अस्पतालों के […]
पटना : राजधानी के शहरी इलाकों में रहने वाली एक बड़ी आबादी की हड्डी व मांसपेशियां कमजोर हो रही हैं. पटना के पीएमसीएच व आईजीआईएमएस जैसे सरकारी अस्पतालों के न्यूरोलॉजी विभाग में आने वाले 30 फीसदी मरीज गर्दन, घुटना और कमर दर्द से पीड़ित हैं. इनमें ज्यादातर की उम्र 40 के आसपास है. अस्पतालों के न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टरों के मुताबिक शहरी क्षेत्र में रहने वालों को स्पॉन्डिलाइटिस (गर्दन की हड्डी का दर्द) और डिस्क प्रोलैप्स (कमर दर्द) की दिक्कत ज्यादा हो रही है. डॉक्टरों के मुताबिक खान पान की बदलती आदतें, शारीरिक मेहनत में कमी और सुबह की धूप न लेना इसकी अहम वजह है.
आईजीआईएमएस अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग में हर रोज 20 से 25 मरीज ऐसे आ रहे हैं, जिन्हें कमर या गर्दन के पिछले हिस्से में दर्द है. आईजीआईएमएस न्यूरो हेड डॉ अशोक कुमार कहते हैं कि वह हर रोज वे करीब 80 से 100 मरीज देखते हैं, इनमें 20 से 25 मरीज कमर दर्द और स्पांडेलाइटिस के होते हैं.
अचानक दर्द शुरू होने पर यह करें
– डॉक्टर के यहां तुरंत जाना मुमकिन न हो तो दर्द निवारक दवा लेकर आराम करें
– सोते समय तकिया या गद्दा न रखें
– जरूरत महसूस हो तो तौलिया या चादर का इस्तेमाल करें
– हल्की मालिश से फायदा हो सकता है
ऐसे बच सकते हैं
– रोजाना अपनी दिनचर्या में व्यायाम के लिए समय तय करें
– छोटे बच्चों को प्रोटीन, कैल्शियम युक्त भोजन रोजाना दे, दाल व दूध रोजाना जरूर दे
– कुर्सी पर ज्यादा बैठ कर काम करना हो तो सीधे बैठें और आधे घंटे के अंतराल पर थोड़ी देर के लिए टहलें
– बाइक चलाते समय सीधे बैठें और कोशिश करें कि खराब और टूटी सड़कों पर स्पीड कम रखें