ओडीएफ के मामले में बिहार की रैंकिंग सुधरी
पटना : बिहार ने खुले में शौच मुक्ति (ओडीएफ) के मामले में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. इसकी रैंकिंग सुधरी है. अब यह 40 फीसदी ओडीएफ होकर रेड जोन से हटकर पीले में चला आया है. पूरे देश में केवल बिहार ही लाल जोन में बचा था. प्रदेश में अब तक एक भी जिला […]
पटना : बिहार ने खुले में शौच मुक्ति (ओडीएफ) के मामले में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. इसकी रैंकिंग सुधरी है. अब यह 40 फीसदी ओडीएफ होकर रेड जोन से हटकर पीले में चला आया है. पूरे देश में केवल बिहार ही लाल जोन में बचा था. प्रदेश में अब तक एक भी जिला ओडीएफ नहीं हो पाया है, हालांकि सहरसा 98 फीसदी से अधिक ओडीएफ प्राप्त कर चुका है.
सूबे के 38715 गांवों में से 3988 गांव एवं 534 ब्लॉक में 16 ब्लॉक खुले से शौच मुक्त हो गये हैं. स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण (एसबीएम-जी) के वेबसाइट के मुताबिक अब तक देश के 11 राज्य खुले में शौचमुक्त हो चुके हैं. शेष सभी राज्यों को दो अक्तूबर 2019 को ओडीएफ किया जाना है. ग्रामीण स्वच्छता के पैमाने पर बिहार पूरे देश में सबसे पीछे है. देश में पीले जोन में केवल छह सूबे हैं. इनमें बिहार, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, पुडुचेरी, उत्तर प्रदेश, झारखंड शामिल हैं. बता दें कि खुले में शौचमुक्ति के मामले में 40% से कम कवरेज पर लाल जोन, 40-70 % पर येलो और 70 या इससे अधिक फीसदी कवरेज पर क्षेत्र को हरे जोन में माना जाता है.
जिला ओडीएफ प्रतिशत
सहरसा98.2
शेखपुरा88.9
सीतामढ़ी76
मुंगेर70.9
कैमूर54.7
बक्सर54.6
पटना54.52
नालंदा54.1
जहानाबाद53.1
शिवहर50
सबसे फिसड्डी जिले
किशनगंज27.60
अररिया27.63
मुजफ्फरपुर27.95
मधुबनी28.11
सुपौल28.12
नोट- आंकड़े एसबीएम-जी वेबसाइट पर आधारित