बिहार : फर्जी टिकट का खेल, असली पुराने टिकट को धुंधला कर बना दिया नया
दो जीटीबीएस काउंटर पर फर्जी टिकट का खेल, किया सील पटना : पटना जंक्शन पर चल रहे जनरल टिकट के फर्जीवाड़े के खेल का रेलवे अधिकारियों ने पर्दाफाश करते हुए काउंटर को सील कर दिया. गुरुवार को रेलमंडल के सीनियर डीसीएम विनीत कुमार के निर्देश पर पटना जंक्शन सीआईटीजी शैलेंद्र कुमार व मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक […]
दो जीटीबीएस काउंटर पर फर्जी टिकट का खेल, किया सील
पटना : पटना जंक्शन पर चल रहे जनरल टिकट के फर्जीवाड़े के खेल का रेलवे अधिकारियों ने पर्दाफाश करते हुए काउंटर को सील कर दिया. गुरुवार को रेलमंडल के सीनियर डीसीएम विनीत कुमार के निर्देश पर पटना जंक्शन सीआईटीजी शैलेंद्र कुमार व मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक सुभाष चंद सिंह ने चार जन साधारण टिकट बुकिंग सेवक (जीटीबीएस) काउंटरों पर छापेमारी की, जिसमें दो जीबीटीएस काउंटरों पर फर्जी जनरल टिकट बेचने के खेल उजागर हुआ.
जीटीबीएस संख्या 38 व 45 से सादा टिकट, अधिक राशि और तत्काल टिकट बरामद किया गया है. फर्जीवाड़ा कर रहे दोनों जीटीबीएस काउंटर को सील कर दिया गया और बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. बता दें कि इस तरह के मामले को लेकर पिछले दिनों भी राजेंद्र नगर टर्मिनल से एक बुकिंग क्लर्क को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जा चुका है.
काउंटर से मिला जून, 2017 का अवैध टिकट
जीबीटीएस काउंटर संख्या 45 के ऑनर अनिल कुमार साह हैं, लेकिन ऑपरेटर जे मदन टिकट बुकिंग कर रहे थे. छापेमारी के दौरान अंतिम बुकिंग टिकट का नंबर यूआरबी 72717276 था.
टिकट बुकिंग के अनुसार काउंटर पर 9050 रुपया होना चाहिए था, लेकिन उससे 2930 रुपये अधिक मिले. वहीं, जून 2017 का टिकट मिला, जिसका नंबर 00एम3367348 है जो वैध नहीं था. इसके साथ ही 15 फरवरी की डेट से बुकिंग किया गया एक तत्काल टिकट भी बरामद किया गया जिसका पीएनआर नंबर 6311442837 था. वहीं, काउंटर संख्या 38 के ऑनर नुसरत फरहा हैं, लेकिन वहां मौजूद ऑपरेटर बिना आईडी के टिकट बुक कर रहा था. छापेमारी में 421 रुपये अधिक बरामद किया गया. इसके साथ ही गुरुवार की तिथि में एक तत्काल टिकट बुक किया मिला, जिसका पीएनआर 2723347972 था. जीटीबीएस काउंटर सील कर दिये गये.
– ऐसे हो रहा था फर्जीवाड़ा
पटना से दानापुर या पटना से पुनपुन के जनरल टिकट बुक करा फिर इस टिकट की तिथि व गंतव्य स्थान धुंधला कर दानापुर की जगह दिल्ली और पुनपुन की जगह पुणे टाइप कर मोहर लगा दिया जाता था. इतना ही नहीं दस रुपये की टिकट तीन सौ रुपये में बेचा जाता था.
– रहें अलर्ट : इन बातों पर दें ध्यान
रेलवे के जनरल टिकट काउंटर या फिर स्टेशन परिसर में स्थित जीबीटीएस काउंटर से जनरल टिकट बुक कराते हैं तो बुक हुए टिकट पर यात्रा की तिथि, कहां से कहां तक और टिकट नंबर स्पष्ट देख लें. इसमें धुंधलापन या कहीं कोई गड़बड़ी दिखती है तो तुरंत मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक या फिर सीआईटीजी से संपर्क कर शिकायत कर सकते हैं.