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बिहार : बोधगया में आत्मघाती हमला करने की फिराक में आतंकी, सुरक्षा एजेंसियों ने गाड़ियों की इंट्री बंद करने को कहा

बोधगया : सात जुलाई 2013 के बाद फिर से पिछले 19 जनवरी को बोधगया को दहलाने की आतंकियों की साजिश तो नाकाम हो गयी, पर अब यहां पर आतंकी संगठन आत्मघाती हमले की फिराक में हैं. यह संकेत खुफिया इनपुट से मिले हैं. यह भी आशंका जतायी जा रही है कि आतंकी वाहनों में विस्फोटक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2018 6:52 AM
बोधगया : सात जुलाई 2013 के बाद फिर से पिछले 19 जनवरी को बोधगया को दहलाने की आतंकियों की साजिश तो नाकाम हो गयी, पर अब यहां पर आतंकी संगठन आत्मघाती हमले की फिराक में हैं. यह संकेत खुफिया इनपुट से मिले हैं. यह भी आशंका जतायी जा रही है कि आतंकी वाहनों में विस्फोटक रख कर या फिर गाड़ियों से कुचल कर भी लोगों की जानें ले सकते हैं.
बोधगया में बमों की बरामदगी के बाद जांच-पड़ताल में जुटीसुरक्षा एजेंसियोंके अधिकारियों ने आतंकियों के नापाक मंसूबों को लेकर जिला प्रशासन को साफ शब्दों में नसीहत दी है कि महाबोधि मंदिर क्षेत्र में हर हाल में गाड़ियों की इंट्री बंद कर दी जाये. अगर आतंकी बौद्ध श्रद्धालुओं व पर्यटकों की भीड़ में किसी वाहन पर विस्फोटक रख कर धमाका करने में सफल हो जाते हैं, तो जान-माल का ज्यादा नुकसान होगा. यह भी आशंका जतायी जा रही है कि मुंबई सहित अन्य शहरों में आतंकियों ने बम धमाके के लिए विभिन्न प्रकार की गाड़ियों का प्रयोग किया है. विदेशों में भी इसका प्रचलन बढ़ा है.
कुछ आतंकी संगठन ने गाड़ियों से कुचल कर भी लोगों की जानें ली हैं. सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर जिला प्रशासन बोधगया में ट्रैफिक की नयी व्यवस्था करने में जुट गया है. डीएम अभिषेक सिंह ने भी कहा है कि आतंकी संगठन जान-माल का नुकसान पहुंचाने के लिए गाड़ियों का भी प्रयोग कर सकते हैं. इस कारण महाबोधि मंदिर क्षेत्र में आम गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगाना सुरक्षा के लिहाज से जरूरी है.
विदेश नीतियों के लिए भी सुरक्षा जरूरी : बोधगया में सुरक्षा से समझौता पर्यटन के साथ-साथ विदेश नीतियों पर भी प्रतिकूल असर डालेगा. पिछले 26-27 जनवरी को वियतनाम के प्रधानमंत्री के बोधगया भ्रमण का कार्यक्रम था, पर बोधगया में बम बरामद होने के कारण उनकी यात्रा टल गयी. अब आगामी दो मार्च को वियतनाम के राष्ट्रपति के बोधगया आने की सूचना है. ऐसे में सुरक्षा-व्यवस्था को दुरुस्त रखने को लेकर जिला प्रशासन व सुरक्षा एजेंसियां हर पहलुओं नजरें टिकायी हुई हैं.

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