चप्पल पहन ही कर देनी होगी मैट्रिक की परीक्षा, …जानें क्यों ?
पटना : अगर आप जूता-मोजा पहन कर मैट्रिक की परीक्षा देने जाते हैं, तो आपको परीक्षा हॉल से बाहर किया जा सकता है. मैट्रिक की परीक्षा में नकल पर नकेल के लिए जूता-मोजा पहन कर आने की इजाजत नहीं दी गयी है. परीक्षार्थी चप्पल पहन कर ही परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश कर सकेंगे. बिहार […]
पटना : अगर आप जूता-मोजा पहन कर मैट्रिक की परीक्षा देने जाते हैं, तो आपको परीक्षा हॉल से बाहर किया जा सकता है. मैट्रिक की परीक्षा में नकल पर नकेल के लिए जूता-मोजा पहन कर आने की इजाजत नहीं दी गयी है. परीक्षार्थी चप्पल पहन कर ही परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश कर सकेंगे. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि राज्य आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में जूता-मोजा नहीं पहन कर आने का निर्देश दिया जाता रहा है. अत: इस वर्ष से में भी इसे लागू करने का निर्णय किया गया है. इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, केंद्राधीक्षक, परीक्षार्थी, अभिभावकों के लिए निर्देश जारी कर दिया गया है. साथ ही पिछले साल की जारी बाध्यताएं भी इस साल जारी रहेंगी.
परीक्षा के लिए राजधानी समेत राज्य भर में कुल 1426 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. 21 से 28 फरवरी तक चलनेवाली परीक्षा दो पालियों में होंगी. इसमें राज्य भर के लगभग 17.70 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे. इनमें पटना जिले के लगभग 82.50 हजार परीक्षार्थियों के लिए 74 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं.
हर जिले में होंगे पांच मॉडल केंद्र
मैट्रिक परीक्षा में भी राज्य के सभी जिलों में पांच-पांच मॉडल परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. ये केंद्र छात्राओं के लिए बनाये गये हैं, जहां महिला केंद्राधीक्षक के अलावा सभी वीक्षक, दंडाधिकारी, पदाधिकारी, परीक्षाकर्मी व पुलिसकर्मी भी महिलाएं ही होंगी. इसके लिए केंद्रों पर विशेष व्यवस्था भी की गयी है.