32 सदस्यीय दल ने की गया-बोधगया की सैर, स्पीकर ने कहा, बिहार विश्व शांति और ज्ञान का ऐतिहासिक केंद्र
लोकसभा अध्यक्ष ने वेणु वन से लेकर नालंदा विवि के ऐतिहासिक खंडहर की तारीफ की पटना : बिहार के ऐतिहासिक स्थलों बोधगया, राजगीर व नालंदा का दौरा कर लौटीं लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि बिहार विश्व शांति और ज्ञान का ऐतिहासिक केंद्र है. वियतनाम से मंगोलिया तक के देशों के लोग शांति की […]
लोकसभा अध्यक्ष ने वेणु वन से लेकर नालंदा विवि के ऐतिहासिक खंडहर की तारीफ की
पटना : बिहार के ऐतिहासिक स्थलों बोधगया, राजगीर व नालंदा का दौरा कर लौटीं लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि बिहार विश्व शांति और ज्ञान का ऐतिहासिक केंद्र है. वियतनाम से मंगोलिया तक के देशों के लोग शांति की खोज में बिहार पहुंचते हैं. यह प्रदेश भारत को आध्यात्मिक रूप से दूसरे देशों से जोड़ने का काम करता है.
एयरपोर्ट स्टेट हैंगर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए महाजन ने राजगीर के कन्वेंशन सेंटर, वेणु वन से लेकर नालंदा विवि के ऐतिहासिक खंडहर की तारीफ की. उन्होंने कहा कि नालंदा सब प्रकार से संपन्न शिक्षा का महान केंद्र था. बिहार में इतनी सारी ऐतिहासिक चीजें इसे दूसरे प्रदेशों से काफी अलग बनाती हैं.
हेलिकॉप्टर से किया दौरा : इससे पहले पोस्ट काॅन्फ्रेंस टूर प्रोग्राम के तहत लोकसभा अध्यक्ष हेलिकॉप्टर से पटना से पहले गया हवाई अड्डा पहुंचीं. यहां पर जिला प्रशासन द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत करते हुए हवाई अड्डा पर ही गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. महाजन बोधगया के मुख्य मंदिर सहित जापानी मंदिर, मोनेस्ट्री सहित स्थानीय पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर फिर हेलिकॉप्टर से राजगीर पहुंचीं.
यहां पर संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने उनका स्वागत किया. लोकसभा अध्यक्ष को राजगीर पहुंचने पर नालंदा जिला प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. महाजन ने राजगीर स्थित वेणुवन, कन्वेंशन सेंटर सहित प्रमुख पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर वहां लंच किया. इसके पश्चात वो प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष देखने नालंदा भी गयीं. इसके बाद पुन: हेलिकॉप्टर से पटना के लिए रवाना हो गयीं. पटना हवाई अड्डा पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी और विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने स्टेट हैंगर में उनका स्वागत किया.
विधायिका की सोच को वैश्विक स्तर पर लाने में कारगर होगा सम्मेलन : बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सीपीए काॅन्फ्रेंस को सफल बताते हुए कहा कि यह विधायिका की सोच को दुनिया के स्तर पर लाने में कारगर होगा. उन्होंने कहा कि छठे भारत प्रक्षेत्र सीपीए काॅन्फ्रेंस भागीदारी के लिहाज से भी सफल रहा. इसमें पहली बार इतनी बड़ी संख्या में विदेशी डेलिगेट भी शामिल हुए. यूएन द्वारा निर्धारित सस्टेनेबल डेवलपमेंट के 17 महत्वपूर्ण लक्ष्यों को प्राप्त करने में विधायिका कैसे सहायक हो सकती है, इसका रास्ता काॅन्फ्रेंस ने दिखाया.
दो दलों में बंट कर डेलिगेटों ने भी किया भ्रमण : डेलिगेटों ने भी दलों में विभक्त होकर नालंदा–राजगीर तथा गया–बोधगया के दर्शनीय स्थलों का परिदर्शन किया. नालंदा-राजगीर जाने वाले 45 सदस्यीय दल में हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल सपत्नी, अरुणाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष तेनजिंग नॉर्बू थांगडॉक, अरूणाचल प्रदेश विधनसभा के सचिव, अरूणाचल सरकार के संसदीय सचिव, असम विधनसभा के उपाध्यक्ष दिलीप कुमार पॉल आदि शामिल थे.
32 सदस्यीय दल ने की गया-बोधगया की सैर : गया-बोधगया जाने वाले 32 सदस्यीय दल में नॉर्दर्न टेरिटरी ऑफ ऑस्ट्रेलिया के एमएलए रॉबिन लैंबले, दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल, दिल्ली विधनसभा की उपाध्यक्ष राखी बिरला, उत्तराखंड विधान सभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, उत्तराखंड विधान सभा के सचिव, हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष आदि शामिल थे.