पटना : बिहारजदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि दागी तेजस्वी यादव अपनी फर्जी न्याय यात्रा के क्रम में आज मधेपुरा में हैं. अब तक तो आपने अपनी बेनामी संपत्ति का खुलासा नहीं किया, परंतु राजद की परिक्रमा कर रहे शरद यादव का तो यहां न्याय कीजिए. नीरज ने कहा कि तेजस्वी यादव धर्मनिरपेक्षता की आड़ में भ्रष्टाचारी के साथ देने के लिए शरद यादव जी आपके पिता लालू प्रसाद जी से जेल में मिल चुके हैं, ऐसे में आप मधेपुरा में यह तो बताईये कि राज्यसभा शरद जी को भेजिएगा कि उनके पुत्र को? आखिर शरद यादव जी को दिल्ली के लुटियन जोन में बंगला चाहिए न? आखिर इसी के लिए तो शरद जी राजनीति में एक ’पतिव्रता महिला’ की तरह अपने धर्म का पालन कर रहे हैं.
नीरज ने कहा कि राजद ने उपचुनाव में अपने उम्मीदवार तय करने के लिए भले ही शरद जी से सलाह नहीं ली, परंतु राज्यसभा जाने और अपने बेटे को ’सेट’ करने के लिए राजद के प्रचार के लिए भी वे दिल्ली में ’सूटकेस’ पैक कर रखे हैं.अब उनका बिहार में क्या आधार है, यह सभी जानते हैं. नीरज ने कहा है कि शरद जी, तो अपने किये कर्म में फंस गये हैं, क्योंकि पारिवारिक पार्टी राजद के पेंच में बड़ा खिलाड़ी भी फंस जाता है. शायद मधेपुरा की धरती से तेजस्वी आपके लिए घोषणा कर दें. वैसे, तेजस्वी जी, राजद के 15 वर्षों के शासनकाल के कामकाज का हिसाब अब तक आपने अपनी कथित न्याययात्रा में नहीं दिया. आज आप मधेपुरा में हैं. मधेपुरा के विकास में भी राजद ने अपने कार्यकाल में उपेक्षित रखा था.
नीरज कुमार ने कहा है कि मधेपुरा जिले में नीतीश जी के शासनकाल में 1,631 लाख रुपये की लागत से 124 कब्रिस्तानों की घेरांबदी करायी है तथा अल्पसंख्यकों बच्चों के लिए शिक्षा की भी व्यवस्था दुरुस्त की गयी. आज इस जिले में 14,742 बच्चे 53 मदरसों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. अल्पसंख्यक बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत पिछले वर्ष 80.24 लाख रुपये से ज्यादा की राशि भेजी गयी थी. नीतीश कुमार जी के नेतृत्व वाली सरकार में मधेपुरा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 1,727 किलोमीटर सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसमें 1,251 किलोमीटर सड़कें पूर्ण हो गयी.
नीरज ने कहा है कि इस जिले में पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग छात्रवृत्ति के तहत 1.36 लाख विद्यार्थियों को तथा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति छात्रवृत्ति के तहत 5.02 लाख विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाया जा चुका है.शिक्षा के क्षेत्र की बात करें तो मधेपुरा जिले में भी नीतीश जी की सरकार ने उल्लेखनीय कार्य किए हैं। 2005-06 में यहां कुल स्कूलों की संख्या जहां 1,040 और शिक्षकों की संख्या 5,037 थी, जबकिं 2015-16 में स्कूलों की संख्या बढ़कर 1,604 व शिक्षकों की संख्या 9,612 तक पहुंच गई। इसी दौरान स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या भी बढ़ी है। 2005-2006 में जहां 2.57 लाख बच्चे स्कूल में पढ़ने जाते थें वहीं 2015-16 में 5.29 लाख से ज्यादा बच्चे स्कूल जाते हैं.
इस दौरान बच्चों के लिए 10 मध्य विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालय तथा 69 उत्क्रमित उच्च विद्यालय किये गये. राजद के शासनकाल की तुलना में नीतीश जी के नेतृत्व वाली सरकार में मधेपुरा जिले में हत्या के मामलों में 21 प्रतिशत तथा फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 36 प्रतिशत की गिरावट आयी है.
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