पटना: जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि दागी तेजस्वी जी आज अपनी फर्जी न्याय यात्रा के क्रम में मुजफ्फरपुर में हैं. वैसे तेजस्वी जी आज भले ही अपनी पारिवारिक पार्टी राजद के शीर्षस्थ बन गये हों परंतुआप राजद की पुरानी कार्य पद्धति से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं.नीरजकुमार ने कहा कि आपको इसका भान नहीं कि बिहार का विकास जेल में सजा काट रहा कोई व्यक्ति जेल से नहीं कर सकता. आज जिस ऊंचाई पर बिहार है उससे और आगे ले जाने के लिए अब निवेशकों को लाना होता है.
नीरज ने कहा है कि तेजस्वी जी, रेल मंत्री की हैसियत से आपके पिता लालू प्रसाद जी भी 8 साल पूर्व जापान गये थे, परंतु भारत आज तक यह नहीं जान पाया कि उनके वहां जाने से क्या लाभ इस देश को मिला? आप कृपया यही इस न्याय यात्रा में मुजफ्फरपुर में बता दें. नीतीश जी की जापान यात्रा के 8 माह पहले जापान के उद्योग मंत्री योसुके टकागी ने मुख्यमंत्री जी से पर्यटन, व्यापारिक एवं खाद्य प्रसंस्करण प्रक्षेत्र में निवेश की बात की थी. इसके अलावे पटना-गया-डोभी, गया-राजगीर-बिहारशरीफ सड़क के निर्माण के लिए जापान की कंपनी ’जायका’ ने वित्तीय सहयोग की सहमति दी है. नालंदा विवि की स्थापना में जापान का योगदान सराहनीय है तथा जापान इंटरनेशनल को ऑपरेशन एजेंसी बिहार में वन प्रबंधन और प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़ा हुआ है.
नीरज ने कहा कि आप कितना भी बेनामी संपत्ति इकट्ठा कर लें, चारा घोटाला कर मॉल व अट्टालिकाओं के मालिक बन जाएं और सलीके से जनसभा में जाकर झूठ बोल लें, परंतु सच्चाई को झूठ से नहीं हराया जा सकता। आज सभी लोगों को मालूम है कि आपके पिता लालू प्रसाद जी जेल में क्यों हैं? और पूरा परिवार अदालत से लेकर जांच एजेंसियों के चक्कर क्यों लगा रहा है? ’दागी’ तेजस्वी जी आज मुजफ्फरपुर में हैं और यहां भी आंकड़े बताते हैं कि राजग के शासनकाल की तुलना में राजद का शासनकाल विकास के मामले में कहीं नहीं ठहरता.
इस जिले में राजग के काल में एसटी, एससी छात्रवृत्ति के तहत 10.75 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को जबकि पिछड़ा, अति पिछड़ा समुदाय के 8.69 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जा चुकी है. यही नहीं, 212 कब्रिस्तानों की घेराबंदी करवायी जा चुकी है, जबकि यहां के अल्पसंख्यक बच्चों के शिक्षा के लिए 244 मदरसे हैं, जिसमें 27,558 बच्चे अध्ययनरत हैं. अल्पसंख्यक बच्चों में शिक्षा के प्रति उत्साह वर्द्धन के लिए मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना से 8.33 करोड़ रुपये की राशि इस जिले को भेजी जा चुकी है.
नीतीश जी के कार्यकाल में मुजफ्फरपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 3,891 किलोमीटर सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गयी, जिसमें 3,194 किलोमीटर सड़क पूर्ण हो चुकी है. राजद के 16 साल के शासनकाल की तुलना में राजग के 12 साल के कार्यकाल में इस जिले में हत्या के मामलों में आठ प्रतिशत तथा फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 44 प्रतिशत की कमी आयी. वर्ष 2005-06 में इस जिले में 2,728 स्कूल, 12,313 शिक्षक और स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या 7.03 लाख थी परंतु 2015-16 में यहां स्कूलों की संख्या 3,399, शिक्षकों की संख्या 19,552 व स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या बढकर 9.87 लाख तक पहुंच गई.
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