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46 नरसंहारों में 378 दलित समुदाय के लोगों की हत्या के लिए माफी मांगें तेजस्वी : जदयू

पटना : बिहार में जदयू के प्रवक्तासह विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा है कि राजद के दागी युवराज तेजस्वी प्रसाद यादव आज दरभंगा में ’मुसहर सम्मेलन’ में भाग ले रहे हैं. उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि उनके पिता लालू प्रसाद जी तथा माता राबड़ी जी के शासनकाल में नरसंहार के दौरान जिन 378 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2018 8:56 AM

पटना : बिहार में जदयू के प्रवक्तासह विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा है कि राजद के दागी युवराज तेजस्वी प्रसाद यादव आज दरभंगा में ’मुसहर सम्मेलन’ में भाग ले रहे हैं. उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि उनके पिता लालू प्रसाद जी तथा माता राबड़ी जी के शासनकाल में नरसंहार के दौरान जिन 378 दलित समुदाय से आने वाले लोगों की हत्या की गयी थी, उनके परिजनों को आज भी वह स्याह दिन-रात याद है. नीरज कुमार ने कहा है कि तेजस्वी जी, राजद के उस शासनकाल का दर्द आप क्या जानें? आप तो ’सोने का चम्मच’ लेकर इस दुनिया में आए और उसमें भी जो कमी रही, उसे आपके पिताजी ने अन्य लोगों को नौकरी और पद देने के नाम पर बेनामी सपंत्ति के रूप में आपको दे दी.

नीरज कुमार ने कहा है कि आज आप ’मुसहर सम्मेलन’ में लोगों को अपनी बात कहने गए हैं. राजद के शासनकाल में 46 नरसंहार मामले में 378 बेकसूरों की हत्या कर दी गयी थी. आपके पिता और मां ने अब तक उन परिवारों से माफी नहीं मांगी, परंतु आप उन्हीं की तो विरासत संभाल रहे हैं. आप भी उनकी तरह ही बेनामी संपत्ति के मालिक बन रहे हैं, तो आज इस सम्मेलन में उन परिवारों से माफी मांग लीजिए. नीरज ने कहा है कि इससे न केवल उन मृतात्माओं को शांति मिलेगी बल्कि आपका सम्मान भी इस समाज में बढ़ेगा.

आगेनीरज कुमार ने अपने बयान में कहा है कि तेजस्वी जी, राजद के शासनकाल में भोजपुर में 12, अरवल में 7, पटना और जहानाबाद में 6-6, नालंदा व गया में 3-3, रोहतास व सीवान में 2-2 तथा लखीसराय, औरंगाबाद, बेगूसराय, भागलपुर तथा पूर्णिया में एक-एक नरसंहार की घटनाएं हुई थी, जिसमें 378 दलित समुदाय के लोगों को समय से पहले अपनी जान गंवानी पड़ी थी. ’दागी’ तेजस्वी जी, जो आप कर्म कर रहे है, उसका फल इसी पृथ्वी पर ही भोगना है. आपके पिता को चारा घोटाले के एक मामले में उच्च न्यायालय से भी राहत नहीं मिली है. आज आपके बुजुर्ग पिता को परिवारों के बीच रहने की जरूरत थी परंतु उनके किए कर्म का फल भगवान ऐसे दे रहे हैं.

नीरज कुमार ने अपील करते हुए लिखा है कि इसलिए, आप से गुजारिश है कि अपने लिए न सही अपने पिता के द्वारा किये गये कर्मों का पश्चाताप करते हुए इस सम्मेलन में उन नरसंहारों के लिए उन पीड़ित परिवारों से क्षमा याचना करें, शायद इन आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की दुआएं आपके पिता को मिल जाये. आपके पिता भी रांची की अदालत परिसर में मात्र 100 रुपये एक बच्ची को दानकर दुआ करने की भीख मांग रहे थे, परंतु यह दुआ ये लोग तभी देंगे जब उनसे छीन चुके परिवारों के लिए आप क्षमा मांगे.

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