नयी दिल्ली : भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने को लेकर विश्व भोजपुरी सम्मेलन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की शनिवार को नयी दिल्ली में बैठक हुई. केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे और दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी इसमें हिस्सा लिया. बैठक को संबोधित करते हुए अश्विनी चौबे ने कहा कि इसे लेकर संसद के बाहर और अंदर भी आवाज उठते रहे हैं. उन्होंने भोजपुरी और अंगिका को लेकर खुद भी संसद में आवाज उठायी है. सरकार की भी इच्छा है कि भोजपुरी को अष्ठम अनुसूची में शामिल किया जाये. कुछ तकनीकी कारणों से इसमें विलंब हो रहा है, लेकिन उन्हें आशा है कि जल्द ही इसे शामिल कर लिया जायेगा.
वहीं, बिहार के राज्य सभा के छह सीटों पर होने वाले चुनाव से संबंधित एक सवाल के जवाब में अश्विनी चौबे ने कहा कि राज्य में एनडीए चार सीटों पर लड़ेंगी और उस पर जीत दर्ज करेगी. पाकिस्तान द्वारा हाल ही में किये जा रहे घुसपैठ पर अश्विनी चौबे ने कहा कि पाकिस्तान सारे आतंकवादियों का पनाहगार बना हुआ है. उसे पूरी दुनिया से अलग-थलग हो जाना है. पाकिस्तान यदि नहीं सुधरा, तो उसका नक्शा बदलने में हमारी सेना सक्षम है.
उधर, भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने को लेकर मनोज तिवारी ने कहा कि यह मांग बहुत लंबे समय से चली आ रही पीड़ा के समान है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसी पीड़ा काे समझा है और उसे खत्म करने का संकल्प लिया है. उन्हें विश्वास है कि जल्द ही भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल कर लिया जायेगा. ऐसी घोषणा अगले सत्र में भी सुनने को मिल सकता है. बैठक में विश्व भोजपुरी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत दुबे, दिल्ली इकाई के अध्यक्ष विनयमणि त्रिपाठी, महासचिव मनीष चौधरी सहित कार्यकारिणी के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.