जीतन राम मांझी बोले, नीतीश के फैसले गरीब विरोधी, तेजस्वी ने कहा- जदयू में भी असंतोष

पटना : हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा केराष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्वमुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को महागठबंधन का दामन थाम लिया. जीतन राम मांझी नेआज देर शाम प्रेस वार्ता कर एनडीएछोड़नेएवं महागठबंधन में शामिल होने काेलेकर औपचारिक एलानभी कर दिया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं भाजपा पर जमकर हमला बोला है. आरक्षण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2018 8:45 PM

पटना : हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा केराष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्वमुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को महागठबंधन का दामन थाम लिया. जीतन राम मांझी नेआज देर शाम प्रेस वार्ता कर एनडीएछोड़नेएवं महागठबंधन में शामिल होने काेलेकर औपचारिक एलानभी कर दिया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं भाजपा पर जमकर हमला बोला है. आरक्षण के मामले पर एक ओर जहां उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा है. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुएउन्होंने नीतीश सरकार के फैसले को गरीब विरोधी बताया. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव समेत राजद के अन्य कई बड़े नेता मौजूद थे.

मांझी ने शराबबंदी कानून को लेकर नीतीश पर बोला हमला

इस संयुक्त प्रेस वार्ता में जीतन राम मांझी ने कहा कि वह अपनी पूरी ‘हम’ पार्टी और इसके प्रखंड से लेकर जिला और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के साथ महागठबंधन में शामिल होने जा रहे हैं. जीतन राम मांझी और तेजस्वी प्रसाद यादव समेत दोनों दल के कई नेताओं ने एक ही माले में अपने को समाहित करते हुए अपनी एकता का परिचय दिया. एनडीए से अपने को आहत बताते हुए कहा कि दो-तीन मुद्दे पर नीतीश सरकार के फैसले से गरीब और दलित वर्ग को काफी बड़ा झटका लगा है. शराबबंदी कानून को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इसमें अब तक करीब 90 हजार लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें 99 फीसदी गरीब और दलित ही हैं.

आरक्षण के मुद्दे पर एनडीए को घेरा

इसके अलावा बालू के मुद्दे पर जिस तरह से सरकार ने अपना रुख अपनाया और कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की, जिससे गरीब वर्ग के लोगों के लिए फांकाकशी की नौबत आ गयी है. काफी बड़ी संख्या में मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. आरक्षण के मुद्दे पर एससी वर्ग के कोटे की लगातार कटौती की जा रही है. 50 फीसदी आरक्षण के दायरे में स्वर्ण वर्ग के गरीबों को भी शामिल किया जाये. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि जब इन तीन समस्याओं पर सीएम का ध्यान आकर्षण कराने की कोशिश की गयी, तो उन्होंने इसका उपहास किया.

लालू की सराहना
जीतन राम मांझी ने लालू प्रसाद सराहना करते हुए कहा कि उनकी विचारधारा मजबूत करने की जरूरत है. गरीब और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को मजबूत करने की बहुत जरूरत है. उन्होंने कहा कि राज्य की तीनों उप-चुनाव पर महागठबंधन के उम्मीदवार ही विजयी होंगे. इनके पक्ष में प्रचार करने के लिए 6 मार्च से टोला बनाकर तीनों चुनाव क्षेत्र का भ्रमण हम के लोग करेंगे.

भाजपा पर सीधा प्रहार

जीतन राम मांझी ने भाजपा पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि बीजेपी अगर उनकी बात पर उचित रिस्पांस लेती, तो आज उनकी सरकार नहीं गिरती. इसके अलावा औरंगाबाद, शेरघाटी जैसी कई सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार के चुनाव लड़ने के कारण ही उनके उम्मीदवार चुनाव हार गये थे. लवली आनंद महज 300 वोट से चुनाव हारी. इस तरह के अन्य कई नेताओं का उन्होंने उदाहरण दिया. उन्होंने यह स्वीकार किया कि राज्यसभा में एक सीट, फिर एमएलसी की एक सीट और हाल में जहानाबाद सीट की मांग उन्होंने भाजपा से की थी, लेकिन उन्हें नहीं मिली. उनकी मांग कही से गलत नहीं थी. जहानाबाद सीट उनकी अपनी सीट है. यहां उन्हें जीत से नहीं सिर्फ जातीय समीकरण और अन्य बातों से ही मतलब है.

दंगा के आरोपी को डीजीपी बनाना दुर्भाग्य : मांझी
जीतन राम मांझी ने नये डीजीपी केएस द्विवेदी के बारे में कहा कि भागलपुर दंगा के आरोपी को डीजीपी बनाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. इनकी पोस्टिंग से आम लोग खौफजदा हैं. हमारे एससी समुदाय के लोग लाइन में लगे थे, लेकिन उन्हें छोड़ कर इन्हें डीजीपी बना दिया गया. इस तरह के लोगों को शीर्ष पद पर बैठाना सामाजिक न्याय नहीं है. ऐसे लोगों का खुल कर समर्थन नहीं करना चाहिए.

महागठबंधन को मिलेगी मजबूती : तेजस्वी
वहींप्रेसवार्ताकेदौरान जीतन राम मांझी के साथ मौजूद तेजस्वी यादव ने कहा किजीतनराम मांझी के महागठबंधन में आने से गठबंधन को मजबूती मिलेगी.उन्होंने कहा, मांझी जी ने पहले भी कहा था कि उनके शासनकालकेदौरान दिये गये प्रस्तावों को नीतीश सरकार की ओर से अभी तक लागू नहीं किया गया है. मांझी के आरोपों का समर्थन करते हुए तेजस्वी यादव ने आगे कहा, 99 फीसदी दलित-महादलित को शराबबंदी के नाम पर जेल में डाला गया है. इस बारे में हमलोगों ने भी सवाल उठाया है, लेकिनसरकारद्वारा उचितजवाबनहीं दिया गया. उन्होंने कहा, नीतीश जी के नेतृत्व में किसी को भरोसा नहीं रहा गया है.

जदयू में नीतीश के फैसले से कई नेताहैं नाराज
तेजस्वी यादव ने कहा कि जदयू में भी कई ऐसे विधायक है जिन्हें नीतीश कुमार के फैसले परआपत्ति है.लेकिन,वो खुलकरसामनेनहीं आ रहे है. वक्त के साथ जदयू मेंनीतीशकुमारके खिलाफ असंतोष के और बढ़नेकी उम्मीद है. उन्होंने कहा,मोदी सरकार को जुमलेबाजी और तानाशाही सरकार बताते हुए कहा कि एनडीए भी अंदर कुछ ठीक नहीं चल रहा है. शिवसेना महाराष्ट्र में निकल गयी, इस तरह से अन्य कई लोग इनसे नाराज चल रहे हैं. खुद सीएम नीतीश कुमार काफी प्रेशर में चल रहे हैं. उन पर अपनी पार्टी को मर्ज करने का लगातार दबाव दिया जा रहा है.

एनडीए में हो रही उपेक्षा से लगातार नाराज चल रहे थे मांझी
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बुधवार की सुबह बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादवएवं जीतनराममांझीके बीच मुलाकात हुई. जिसके बाद दोनों नेताओं ने बाहर आकरहमके महागठबंधन में शामिलहोने की घोषणा की. बता दें कि मांझी एनडीए में हो रही उपेक्षा से लगातार नाराज चल रहे थे और उन्होंने एनडीए छोड़ने के संकेत भी दिये थे. मांझी ने हाल के दिनों में जहानाबाद उपचुनाव में टिकट न मिलने से नाराजगी जाहिर करते हुए चुनाव प्रचार नहीं करने की बात कही थी. दूसरी ओर राजद की तरफ से लगातार मांझी को एनडीए छोड़ महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया जा रहा था.

घात करने वाले लोग राजद को मुबारक : जदयू
जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को अपनी कुर्सी तक दे दी. जबजीतनराम माझी नीतीश कुमार के नहीं हो सके तो अब वह किसके साथ हो सकते हैं. जीतन राम मांझी जैसे लोग सिर्फ अपना स्वार्थ देखते है और लाभ नहीं मिलता है तो वह उछालने लगते हैं. इस तरह के घात करनेवाले लोग राजद को मुबारक हो.

मांझी के बहाने जदयू का राजद पर निशाना
जदयू प्रवक्ता ने जीतन राम मांझी के बहाने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव किस लोकतंत्र की बातें कर रहे हैं. जब से राजद का गठन हुआ है तब से अब तक लालू प्रसाद ही राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष है. 1997 से 2017 के बीच कभी ना तो राष्ट्रीय अध्यक्ष बदला और ना ही इनके विरुद्ध किसी ने अपना दावा ठोका. अब इनके प्राइवेट फैमली पार्टी का फैमली ट्री देखने लायक है. खुद लालू प्रसाद आरजेडी राष्ट्रीय अध्यक्ष, उनकी पत्नी राबड़ी देवी एमएलसी है विधान परिषद की विपक्ष की नेता, बेटा तेजस्वी प्रसाद यादव विधान सभा में विपक्ष के नेता और बेटी मीसा भारती राज्यसभा सांसद. अब जहां दूसरे लोगों की कोई गुंजाइश नहीं है. राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सजायाफ्ता है. पार्टी के नेता शहाबुद्दीन और राजबल्लभ जेल में हैं. ऐसे दल से आम आदमी को कोई उम्मीद नहीं हो सकती.

ये भी पढ़ें…बिहार में महागठबंधन को बड़ा झटका,अशोक चौधरीने छोड़ी कांग्रेस, नीतीश कुमार को बताया अपना आइडियल

Next Article

Exit mobile version