बिहार : बाजार के दबाव से किसानों की हालत खराब : राज्यपाल
चंपारण एग्रेरियन बिल–1918 की शतवार्षिकी बिहार विधान परिषद के सभागार में संगोष्ठी पटना : राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा कि आज भी बमुश्किल से सात-आठ प्रतिशत किसानों को ही उनकी फसलों का सही मूल्य मिल पा रहा है. बाजार के दबाव में किसानों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो रही है. ऐसी स्थिति में आवश्यक […]
चंपारण एग्रेरियन बिल–1918 की शतवार्षिकी
बिहार विधान परिषद के सभागार में संगोष्ठी
पटना : राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा कि आज भी बमुश्किल से सात-आठ प्रतिशत किसानों को ही उनकी फसलों का सही मूल्य मिल पा रहा है. बाजार के दबाव में किसानों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो रही है. ऐसी स्थिति में आवश्यक है कि किसानों को उनकी पैदावार का समुचित मूल्य दिलाने का प्रयास किया जाये. राज्यपाल रविवार को ‘चंपारण एग्रेरियन बिल–1918’ की शतवार्षिकी पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का बिहार विधान परिषद के सभागार में उद्घाटन कर रहे थे.
संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए राज्यपाल श्री मलिक ने कहा कि ‘चम्पारण सत्याग्रह’ ने मोहनदास करमचन्द गांधी को ‘महात्मा गांधी’ बनाया. चंपारण सत्याग्रह आंदोलन गांधीजी के जीवन का एक निर्णायक मोड़ था. भारत में सत्याग्रह का पहली बार प्रयोग किया गया, जिसका परिणाम सभी भारतवासी जानते हैं.