पटना : बिहार विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को शराबबंदी के मसले पर सवाल खड़ा किया गया. प्रतिपक्ष के विधायकों ने कहा कि बिहार से सटे यूपी और झारखंड से बिहार में शराब आ रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को यह अपील करनी चाहिए कि यूपी और झारखंड में भी शराब बंदी हो. कुछ विरोधी दल के विधायकों ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में आसानी से शराब उपलब्ध है. पैसे देकर जहां भी चाहें, शराब खरीद सकते हैं और ले सकते हैं. प्रतिपक्ष के सदस्यों के आरोप के जवाब में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कड़ा जवाब देते हुए राजद के विधायकों को चैलेंज किया है.
सुशील मोदी ने राजद के उस सवाल को खारिज किया, जिसमें यह कहा गया है कि बिहार में सबसे ज्यादा गरीब जेल में हैं. सुशील मोदी ने कहा कि वह यह नहीं जानते कि वह गरीब हैं या फिर अमीर हैं, लेकिन यदि उन्होंने कानून का उल्लंघन किया है, तो उन्हें सजा जरूर मिलेगी. सुशील मोदी ने बिहार सरकार द्वारा बिहार में शराबबंदी के मसले की सुनवाई तेज करने के लिए नये विशेष कोर्ट की संख्या बढ़ाने की बात कही.
सुशील मोदी ने कहा कि यदि बिहार में शराब आसानी से उपलब्ध है, तो वह राजद के विधायकों को चैलेंज करते हैं कि वह शराब खरीद कर दिखायें. उन्होंने कहा कि राजद के विधायक मंगाकर दिखाएं की शराब कहां और कैसे मिल रही है. उन्होंने कहा कि कानून में कड़े प्रावधान होने के बाद भी हत्या और बलात्कार जैसी घटनाएं होती हैं. शराबबंदी के बाद कुछ लोग ऐसे हैं, जो कानून को अपने हाथों में लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. सरकार इन चीजों पर ध्यान देने का काम कर रही है.
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