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बिहार : 115 टैक्स डिफॉल्टरों पर दायर हो चुका मुकदमा, इतने ही और पर मुकदमे की तैयारी

पटना : बिहार में टैक्स चोरी करने वाले या गलत आय दिखाकर टैक्स जमा करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी आयकर विभाग ने कर ली है. इसे लेकर कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी है. यह जानकारी आयकर विभाग के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त केसी घुमरिया ने सोमवार को आयकर कार्यालय में आयोजित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2018 8:22 AM
पटना : बिहार में टैक्स चोरी करने वाले या गलत आय दिखाकर टैक्स जमा करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी आयकर विभाग ने कर ली है. इसे लेकर कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी है. यह जानकारी आयकर विभाग के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त केसी घुमरिया ने सोमवार को आयकर कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कही. उन्होंने कहा कि अब तक 115 टैक्स डिफॉल्टर पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है.
इसमें सबसे ज्यादा 68 मामले टीडीएस (टैक्स डिडक्शन स्कीम) डिफॉल्ट से जुड़े हुए हैं. जितने मुकदमे दायर किये जा चुके हैं, उतने ही मुकदमे आने वाले समय में दायर करने की तैयारी चल रही है. गलत टैक्स देने वालों की जांच-पड़ताल आयकर विभाग ने बेहद तेज कर दी गयी है. टैक्स चोरी से जुड़े 87 मामलों पर समेकित टैक्स पेनॉल्टी वसूली जा चुकी है. 204 मामलों की गंभीरतापूर्वक जांच चल रही है. बिहार में एग्रीकल्चर आय की आड़ में टैक्स चोरी करने के भी काफी मामले सामने आये हैं. ऐसे 400 लोगों को नोटिस जारी किया जा चुका है.
प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ने कहा कि सबसे ज्यादा टैक्स चोरी के मामले टीडीएस से जुड़े हैं. इसमें सरकारी महकमा से लेकर कंपनी समेत अन्य कई स्थानों पर व्यापक स्तर पर गड़बड़ी सामने आती है. टीडीएस में एक हजार 100 करोड़ का डिमांड पेंडिंग है. सर्वे की कार्रवाई तेजी से चल रही है, पिछले वर्ष 127 सर्वे हो चुके हैं. जबकि, इस वर्ष अब तक 149 सर्वे हो चुके हैं. इसकी संख्या बढ़ने की संभावना है. सर्च या छापेमारी 68 हो चुकी है. उन्होंने कर दाताओं से अपील की वह कार्रवाई का इंतजार नहीं करें.
सूबे के 17 विभाग पर बड़े टीडीएस डिफॉल्टर, सभी डिफॉल्टर सरकारी विभागों से वसूली जायेगी पेनॉल्टी
राज्य सरकार के 17 विभागों में बड़ी संख्या में टीडीएस की गड़बड़ी सामने आयी है. इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय को लिखा गया है और राज्य सरकार से एप्रूवल की भी मांग की गयी है.
परंतु अभी तक राज्य सरकार ने भी अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है. इसके मद्देनजर राज्य सरकार को फिर से इस मामले को लेकर पत्र लिखा गया है. सभी डिफॉल्टर सरकारी विभागों से पेनॉल्टी वसूली जायेगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. टैक्स गड़बड़ी करने के मामले में पांच-छह सीए पर भी कार्रवाई की जा चुकी है, उन्हें नोटिस भेजकर शोकॉज किया गया है.
बिहार-झारखंड में जोड़े गये पांच लाख दो हजार नये करदाता : बिहार और झारखंड में चालू वित्तीय वर्ष के दौरान पांच लाख दो हजार नये करदाता को जोड़े का टारगेट रखा गया है, जिसमें 12 फरवरी तक तीन लाख 47 हजार (करीब 75 फीसदी) टैक्स पेयर जोड़े जा चुके हैं. जल्द ही इस टारगेट को पूरा कर लिया जायेगा. समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि ठेकेदार, इंजीनियर, डॉक्टर से लेकर अन्य सभी अपना टर्न ओवर कम करके दिखाते हुए कम टैक्स जमा करते हैं.
ऑपरेशन क्लीन मनी में 10 हजार मामले बेहद संवेदनशील
नोटबंदी के बाद शुरू किया गया ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत 10 हजार मामले बेहद संवेदनशील पाये गये हैं. इनकी पड़ताल गंभीरता से चल रही है. इसकी जद में आये किसी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जायेगा. गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. इसके अलावा डेवलपमेंट एग्रीमेंट के आधार पर करोड़ों की अवैध आय कमाने वालों पर भी इस बार सख्त नजर है. करीब 650 लोगों की सूची प्राप्त हो चुकी है. नोटिस भेजना शुरू हो गया है.

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