ठेकेदार हत्याकांड : 15 फरवरी को कर दी थी अजय शर्मा की हत्या
दो लोगों को किया गया गिरफ्तार पटना : परसा थाना इलाके में 15 फरवरी को हुई ठेकेदार अजय शर्मा की हत्या आपसी विवाद में हुई थी और हत्या की साजिश जेल के अंदर रची गयी थी. पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश कर दिया और घटना में शामिल अपराधियों अजीत कुमार उर्फ बिलाईया (बेऊर) व […]
दो लोगों को किया गया गिरफ्तार
पटना : परसा थाना इलाके में 15 फरवरी को हुई ठेकेदार अजय शर्मा की हत्या आपसी विवाद में हुई थी और हत्या की साजिश जेल के अंदर रची गयी थी.
पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश कर दिया और घटना में शामिल अपराधियों अजीत कुमार उर्फ बिलाईया (बेऊर) व शंकर कुमार (धुड़दौड़ रोड़, दीघा) को पकड़ लिया. खास बात यह है कि इस घटना को अंजाम देने में बेऊर जेल में बंद मुन्ना कुमार उर्फ मुन्ना साह ने अहम भूमिका निभायी थी. पुलिस मुन्ना को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. सिटी एसपी ईस्ट विशाल शर्मा के नेतृत्व में सदर एएसपी सुशांत सरोज की टीम ने अपराधियों को पकड़ने में सफलता पायी.
अजीत व मुन्ना खफा थे अजय शर्मा से : पुलिस ने अजीत व शंकर से पूछताछ की तो जानकारी मिली कि अजीत शराब के एक केस में बेऊर जेल में बंद था.
इसी दौरान शराब के मामले में मुन्ना कुमार उर्फ मुन्ना साह भी जेल में पहुंच गया. ये दोनों ही अजय शर्मा से खफा थे. परसा थानाध्यक्ष के अनुसार अजय शर्मा व मुन्ना साह एक साथ ही शराब का कारोबार करते थे और दोनों के बीच इसी कारोबार के कारण पैसे के लेन-देन का विवाद हुआ और फिर एक-दूसरे को फंसाने का खेल शुरू कर दिया.
अजय शर्मा ने बिहटा में शराब की एक बड़ी खेप के साथ मुन्ना साह को पकड़वा दिया. दूसरी ओर अजय शर्मा अजीत को शराब की सप्लाई देता था, लेकिन उसने पैसे लेकर भी सही शराब अजीत को नहीं दी. इसके कारण अजीत ने मुन्ना साह से शराब लेनी शुरू कर दी. इस पर अजय शर्मा खफा हो गया और फिर उसने अजीत के ठिकाने की जानकारी पुलिस को दे दी और फिर अजीत भी शराब के साथ पकड़ा गया. दोनों जेल में पहुंचे और दोनों को अजय शर्मा ने जेल भिजवाया था, इस बात की जानकारी उन दोनों को हो गयी. इसके बाद वे अजय शर्मा से बदला लेने की फिराक में थे.
इसके बाद दोनों ने जेल के अंदर ही अजय शर्मा की हत्या की योजना बना ली. जब अजीत जमानत लेकर बेऊर जेल से बाहर निकला तो उसने अपने साथी शंकर के साथ मिल कर अजय शर्मा की हत्या करने की ठान ली. इसके बाद शंकर ने अजय शर्मा को फोन कर बुलाया. अजय शर्मा से शंकर की अच्छी जान-पहचान थी तो वह उसके बुलाने पर आ गया और फिर अजीत के बताये गये स्थान पर उसे ले आया. इसके बाद अजय शर्मा की अजीत व शंकर ने चाकू मार कर और फिर गोली मार कर हत्या कर दी और शव को छोड़ कर फरार हो गये. पुलिस ने शव को बरामद किया और फिर पहचान की. इसके बाद अजय शर्मा के मोबाइल का सीडीआर निकाला तो शंकर द्वारा फोन करने की जानकारी मिल गयी. लेकिन वह फरार था.