पटना : बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह पर चारा घोटाले में झारखंड स्थित रांची की सीबीआई अदालत द्वारा नोटिस जारी किये जाने के बाद राजनीति तेज हो गयी है. बिहार विधानमंडल में मुख्य विपक्षी पार्टी के नेताओं ने मुख्य सचिव की हटाने की मांग को लेकर सरकार को घेरा. पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत अन्य राजद नेताओं ने मुख्य सचिव को हटाने और कार्रवाई करने की मांग की.
राबड़ी देवी समेत विपक्षी विधायकों ने मुख्य सचिव को लेकर सरकार पर बोला हमला
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बिहार के मुख्य सचिव अंजनी सिंह पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि अब मुख्यमंत्री की अंतरात्मा क्यों नहीं जाग रही है. चारा घोटाले में शिवानंद तिवारी, राजबाला वर्मा, जैसे कई लोगों के नाम सामने आये हैं. अन्य लोगों पर भी कार्रवाई हो. लालू यादव को बेवजह फंसाया गया है. राजद के शक्ति यादव ने कहा कि मुख्य सचिव अंजनी कुमार पर आरोप लगने के बावजूद सरकार चुप्पी साध कर बैठी है. जल्द से जल्द अंजनी कुमार सिंह को हटाया जाना चाहिए. वहीं, राजद के भोला यादव ने कहा कि लालू प्रसाद को तत्कालीन जिलाधिकारी रहे लोगों ने फंसाया है. इसलिए अब कोर्ट इन बिंदुओं पर जांच कर रहा है.
राजद विधायक रामानुज सिंह ने कहा कि जीरो टॉलरेन्स का दावा करनेवाले मुख्यमंत्री की कथनी और करनी में फर्क है. अदालत ने अगर नोटिस जारी किया है तो अभी ट्रायल चलेगा. मुख्यमंत्री के कथनी और करनी में अगर सामन्जस्य है तो ऐसे पदासीन व्यक्ति पर अविलंब निर्णय लेना चाहिए. साथ ही उन्होंने मुख्य सचिव पर कार्रवाई किये जाने की मांग की. पूर्व मंत्री और राजद नेता शिवचंद्र राम ने कहा कि मुख्यमंत्री को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को पद से हटाया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने सृजन घोटाले की आंच मुख्यमंत्री तक पहुंचने की भी बात कही.
सरकार ने कहा, मुख्य सचिव देंगे नोटिस का जवाब, लेकिन कार्रवाई की मांग कर राजद ने माना, हुआ है ‘चारा घोटाला’
वहीं, मुख्य सचिव के मसले पर सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने विपक्षी नेताओं के उठाये गये सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को नोटिस जारी हुआ है. किसी व्यक्ति को नोटिस दिया जाना, आरोपित किया जाना नहीं है. वह अदालत में उपस्थित होंगे और नोटिस का जवाब देंगे. इसके बाद अदालत के फैसले पर निर्भर करेगा कि कौन-कौन आरोपित हैं, दोषी हैं या निर्दोष हैं. वह लेकिन, आज राजद ने मुख्य सचिव पर कार्रवाई करने की मांग उठा कर स्वीकार कर लिया कि चारा घोटाला किया गया है. अदालत ने जिसे अब तक दोषी पाया है, वह किसी के द्वारा षड्यंत्र नहीं किया गया है.
सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ने जारी किया है नोटिस
सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने चारा घोटाले के कांड संख्या आरसी 38ए/96 में बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, बिहार और झारखंड के सेवानिवृत्त मुख्य सचिव वीएस दुबे, बिहार के सेवानिवृत्त डीजी (विजिलेंस) डीपी ओझा और सीबीआई के एडिशनल एसपी एके झा को नोटिस जारी किया है. साथ ही सप्लायर दीपेश चांडक, शिव कुमार पटवारी और फूल झा को भी नोटिस भेजा गया है. सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश ने बिहार के मुख्य सचिव पर भी घोटालेबाजों के साथ मिले होने का आरोप लगाया है. सभी सात लोगों के खिलाफ धारा 319 के तहत नोटिस जारी किया गया है. इन लोगों को 28 मार्च को अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया गया है.
मुख्य सचिव को मिला है तीन माह का सेवा विस्तार
28 फरवरी, 2018 को सेवानिवृत्त हो रहे बिहार सरकार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को तीन महीने का सेवा विस्तार दिया गया है. 1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अंजनी कुमार सिंह का शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के रूप में कार्यकाल काफी चर्चित रहा है. ‘मुख्यमंत्री साइकिल योजना’ की सफलता और महिला साक्षरता के क्षेत्र में ‘मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना’ काफी चर्चा में रही है. मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना के लिए बिहार को यूनेस्को पुरस्कार भी मिल चुका है.
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