मूर्ति पर महासंग्राम में कूदे शरद यादव, कहा- जो कुछ भी हुआ, वह देश के लिये बहुत खतरनाक

नयी दिल्ली : वरिष्ठ समाजवादी नेताएवंजदयू के पूर्व राष्ट्रीयअध्यक्ष शरद यादव ने देश के विभिन्न भागों में ऐतिहासिक हस्तियों की प्रतिमाएं तोड़े जाने की घटनाओं को देश के लिये खतरा बताते हुए इस तरह की घटनाओं पर दुख व्यक्त किया है. जदयू के बागी नेता यादव ने आज ट्वीट कर कहा कि त्रिपुरा में विधानसभा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2018 4:48 PM

नयी दिल्ली : वरिष्ठ समाजवादी नेताएवंजदयू के पूर्व राष्ट्रीयअध्यक्ष शरद यादव ने देश के विभिन्न भागों में ऐतिहासिक हस्तियों की प्रतिमाएं तोड़े जाने की घटनाओं को देश के लिये खतरा बताते हुए इस तरह की घटनाओं पर दुख व्यक्त किया है. जदयू के बागी नेता यादव ने आज ट्वीट कर कहा कि त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद वामपंथी नेता लेनिन की प्रतिमा को ढहाना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास पर हमला है.

शरद यादव ने इसकी कड़ी आलोचना करते हुए कहा, भगत सिंह और उनके कामरेड साथी लेनिन से प्रेरित थे, जबकि भाजपा और उससे जुड़े संगठन किससे प्रेरित हैं, इस पर सावालिया निशान है. जो कुछ भी हुआ, वह देश के लिये बहुत खतरनाक है.’ शरद यादव ने अयोध्या मामले में मध्यस्थता कर रहे श्री श्री रविशंकर की भी उनकी कथित भड़काऊ बयानबाजी के लिये आलोचना की. उन्होंने श्री श्री रविशंकर के बारे में एक अन्य ट्वीट में कहा ‘‘यह वही व्यक्ति हैं जिसने अपने एक कार्यक्रम के लिये यमुना के तटीय क्षेत्र को तहस-नहस कर दिया था और एनजीटी ने उनके विरुद्ध टिप्पणी की थी और अब उन्होंने अदालत में लंबित राम मंदिर मामले के बारे में भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल किया है.

जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव नेकहा, आध्यात्मिक गुरुओं के भेष में इस तरह के बाबाओं को हमारे देश में प्रतिबंधित कर देना चाहिए.’ उल्लेखनीय है कि श्री श्री रविशंकर ने हाल ही में कहा था कि अयोध्या में मंदिर मस्जिद विवाद से जुड़े मामले का उच्चतम न्यायालय से कोई भी फैसला आने पर देश सामाजिक टकराव बढ़ना तय है.

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