बिहार : रोक के बाद भी स्कूल में ठहरायी गयी बरात

पढ़ने गये बच्चों ने फैली गंदगी को किया साफ जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिया जांच का आश्वासन मसौढ़ी : आमतौर पर खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जाता है कि गांव में होने वाली शादियों में मेहमानों के अलावा बरातियों के ठहरने के लिए गांव में स्थित विद्यालयों में व्यवस्था कर दी जाती है . हालांकि, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2018 8:09 AM
पढ़ने गये बच्चों ने फैली गंदगी को किया साफ
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिया जांच का आश्वासन
मसौढ़ी : आमतौर पर खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जाता है कि गांव में होने वाली शादियों में मेहमानों के अलावा बरातियों के ठहरने के लिए गांव में स्थित विद्यालयों में व्यवस्था कर दी जाती है . हालांकि, सरकारी किसी भी विद्यालयों में बरात नहीं ठहराने का शिक्षा विभाग का स्पष्ट आदेश है . इसके बावजूद आये दिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा खास कर लग्न के मौके पर देखने को मिल जाता है .
ऐसा ही एक मामला धनरूआ थाना की कोसुत पंचायत स्थित केवाली मध्य विद्यालय में बीते गुरुवार की रात देखने को मिला . गांव में पटना सिटी से आयी बरात केवाली स्थित मध्य विद्यालय में बजाप्ता ठहरायी गयी. बरात शुक्रवार की सुबह उस वक्त विदाई हुई जब बच्चे पढ़ने के लिए स्कूल आ गये .
हालांकि, स्कूल प्रबंधन बाद में किसी तरह इधर -उधर बैठा कर बच्चों को पढ़ाया .बताया जाता है कि स्कूल में बरात ठहरने से पसरी गंदगी की सफाई भी छात्रों से ही करायी गयी. हालांकि, प्राचार्य कुमारी बबिता साफ-सफाई की बात से इन्कार कर रही हैं.
प्राचार्य का कहना था कि ऐसी हमें जानकारी नहीं थी कि स्कूल में बरात नहीं ठहराना है .
इधर, जब इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद सिंह से पूछा गया तो उनका कहना था कि ऐसी कोई भी जानकारी प्राचार्य व को-ऑर्डिनेटर के द्वारा नहीं दी गयी है .इस संबंध में प्राचार्य व को-ऑर्डिनेटर से स्पष्टीकरण की मांग की जा रही है कि किसके आदेश से स्कूल में बरात ठहराने की अनुमति दी गयी थी .
वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी ज्योति कुमार का कहना था कि किसी भी सरकारी स्कूल में बरात ठहराने जैसे किसी भी कार्य को करने पर स्पष्ट रोक है .अगर ऐसा हुआ है तो जांच करायी जायेगी.

Next Article

Exit mobile version