पटना : बिहार से राज्यसभा कोटे की छह मेंसे तीन सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन हो गया है.वहीं महागठबंधन की तरफ सेभी राज्यसभा के लिए राजद ने मनोज झा और अशफाक करीम तथा कांग्रेस नेअखिलेश प्रसाद सिंह को उम्मीदवारबनाया था. तीनों उम्मीदवारों को औपचारिक तौर पर विजयी घोषित कर दिया गया.इसतरह बिहार से राज्यसभा की जितनी सीटें थी, उतने ही प्रत्याशियों ने पर्चे भरे थे. जिसके बाद से ही सभी का निर्विरोध निर्वाचन हुआ.
गुरुवार को सभी निर्वाचित प्रत्याशियों ने विधानसभा पहुंच कर जीत का सर्टिफिकेट लिया. भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, जदयू से वशिष्ठ नारायण सिंह और महेंद्र प्रसाद सिंह, जबकि राजद से मनोज झा और अशफाक करीम और कांग्रेस से अखिलेश प्रसाद सिंह ने विधानसभा से जीत का प्रमाण पत्र लिया. विधानसभा के सचिव आरएस राय ने सभी प्रत्याशियों को जीत का सर्टिफिकेट दिया.एनडीएके जिन तीन चेहरों ने राज्यसभा में एंट्री की है, उनमें जदयू से महेंद्र सिंह सबसे सीनियर हैं. उन्होंने सातवीं बार राज्यसभा पहुंचने का गौरव हासिल किया है. जबकि जदयू के ही वशिष्ठ नारायण सिंह तीसरी बार राज्यसभा गये हैं. वहीं राज्यसभा पहली बार जाने वालों में राजद के मनोज झा, अशफाक करीम और कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह शामिल हैं.
रविशंकर प्रसाद
– 63 वर्षीय केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद फिलहाल नरेंद्र मोदी की सरकार में केंद्रीय कानून और आईटी मंत्री के तौर पर काम कर रहे हैं.
– 1970 के दशक में इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का आयोजन कर छात्र नेता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन आरंभ किया था.
– आपातकाल के दौरान जयप्रकाश नारायण की अगुवाई में उन्होंने बिहार में छात्र आंदोलन का नेतृत्व किया और जेल भी गये.
– कई साल तक एबीवीपी के साथ जुड़े रहे और संगठन में विभिन्न पदों पर बने रहे.
– छात्र जीवन में वे पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ के सहायक महासचिव और विश्वविद्यालय की सीनेट तथा वित्त समिति, कला और विधि के सदस्य रह चुके एक कुशल राजनीतिज्ञ हैं.
– फिलहाल वे संसद के ऊपरी सदन में बिहार का प्रतिनिधित्व कर रहे है.
वशिष्ठ नारायण सिंह
– समता पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे पूर्व सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह फिलहाल जदयू के प्रदेश अध्यक्ष है.
– पार्टी ने उन्हें जदयू के टिकट से दूसरी बार राज्यसभा भेजा है.
– नीतीश कुमार के लालू प्रसाद से अलग होने के बाद लालू मंत्रिमंडल में बतौर श्रम मंत्री के तौर पर काम कर रहे वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी इस्तीफा देकर नीतीश कुमार का साथ दिया था.
– लालू प्रसाद से अलग होकर नीतीश कुमार ने समता पार्टी का गठन किया और पार्टी के गठन के बाद वशिष्ठ नारायण पार्टी टिकट पर विक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गये.
किंग महेंद्र
– 7वीं बार राज्ससभा सांसद बनने जा रहे जहानाबाद जिलेकेरहने वाले 73 वर्षीय महेंद्र प्रसाद उर्फ किंग महेंद्र भारत के सबसे अमीर सांसद बनने वालों की लिस्ट में शामिल हैं.
-किंग महेंद्र के नाम से मशहूर महेंद्र प्रसाद एक प्रमुख दवा कंपनी अरिस्टो फार्मास्युटिकल्स के मालिक होने के साथ बिहार जदयू से राज्य सभा सांसद भी है.
– किंग महेंद्र सातवीं लोकसभा में 1980 से 1984 के बीच कांग्रेस पार्टी के टिकट से अपने क्षेत्र जहानाबाद से लोकसभा सांसद चुने गये.
– बाद में 1994 तक वे लगातार रसायन और खाद्य उर्वरक मंत्रालय की सलाहकार कमिटी में शामिल रहे.
– 1985 में राज्यसभा के लिए चुने गये. इसके अगले साल दोबारा राज्यसभा के लिए चुने गये.
– 2006 और 2012 में जदयू के कोटे से वे संसद के ऊपरी सदन में पहुंचे.