पटना में एसएससी और दारोगा अभ्यर्थियों का बवाल, पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, उसके बाद…
पटना : बिहार की राजधानी पटना में आज सड़कों पर एसएससी और दारोगा अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल काटा. स्थिति यह हो गयी कि कुछ देर के लिए पूरा कारगिल चौक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. चारों ओर बस पत्थर और ईंट बिखरे पड़े रहे. छात्रों के हाथ में जो आया, उन्होंने उसी का प्रयोग किया. […]
पटना : बिहार की राजधानी पटना में आज सड़कों पर एसएससी और दारोगा अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल काटा. स्थिति यह हो गयी कि कुछ देर के लिए पूरा कारगिल चौक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. चारों ओर बस पत्थर और ईंट बिखरे पड़े रहे. छात्रों के हाथ में जो आया, उन्होंने उसी का प्रयोग किया. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस समझाने की जगह लाठी लेकर छात्रों पर पिल पड़ी. इसी अफरा-तफरी के बीच कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गये. क्षेत्रीय चैनलों पर चल रही खबरों के वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस छात्रों को बेरहमी से पीट रही है, लेकिन पुलिस की ओर से लाठीचार्ज की बात से इनकार किया जा रहा है. कारगिल चौक पर अपनी मांगों के साथ प्रदर्शन कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच यह बवाल आधे घंटे से ज्यादा देर तक चला और जिसके परिणाम स्वरूप कई सिटी सर्विस की बसों, ऑटो और कार को नुकसान पहुंचा है.
लाठी चार्ज के बाद घटनास्थल पर पूरी तरह अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी और अभ्यर्थी इधर-उधर छिपने लगे. स्थिति यह हुई कि पुलिस को जो, जहां दिखा उसे पीटने लगी. पटना पुलिस ने जिस तरह से छात्रों के ऊपर लाठियां बरसायी हैं, वह पूरी तरह से पुलिस की बेरहमी को दर्शा रहा है. यह सभी छात्र एसएससी परीक्षा और पेपर लीक के मामले की सीबीआई से जांच की मांग कर रहे हैं. हालांकि, इससे पूर्व गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आश्वासन भी दिया था कि जांच होगी. इस मांग को लेकर छात्र पूरी तरह डटे हुए हैं और अपनी मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. लाठी चार्ज के बाद विभिन्न छात्र संगठनों में काफी गुस्सा है और छात्रों का कहना है कि उनकी आवाज दबाई नहीं जा सकती है, इससे बड़ा प्रदर्शन वह आने वाले दिनों में करेंगे.
गौर हो कि इससे पूर्व 5 मार्च को राजधानी पटना में शहर के गांधी मैदान में बापू की प्रतिमा के सामने बड़ी संख्या में अभ्यर्थी इकट्ठे हुए. बड़े घपले की आशंका जाहिर करते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग कीथी. इनमें एसएससी कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल और कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल के अभ्यर्थी शामिल थे. दोपहर 12 बजे गांधी मैदान से एसएससी चोर है, एसएससी होश में आओ जैसे नारा लगाते हुए लगभग एक हजार परीक्षार्थी जेपी गोलंबर की तरफ बढ़े. पहली बार पुलिस व प्रशासन ने उन्हें रोक दिया.
लगभग एक घंटे तक बापू की प्रतिमा के सामने खड़े नारेबाजी करते रहे. उसके बाद दुबारा परीक्षार्थियों का समूह जुलूस की शक्ल में आगे बढ़ा और एसएससी के खिलाफ नारे लगाते हुए जेपी गोलंबर पर आकर रुक गयेथे. दोपहर ढाई बजे एसडीओ सदर भावेश मिश्रा प्रदर्शनकारियों से मिलेथे. उनकी मांगें सुनी और समझाने का प्रयास कियागयाथा. कुछ अभ्यर्थी इसके बाद प्रदर्शन स्थल से चले गये, जबकि ज्यादातर का आक्रोश शांत नहीं हुआ.
प्रदर्शन में शामिल अभ्यर्थियों ने बताया था कि एसएससी की कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल परीक्षा में लगभग 4 हजार पदों पर बहाली होनी है. इसके लिए पूरे देश से 40 लाख छात्रों ने आवेदन किया है. 16 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए. दो स्तरीय परीक्षा के प्रारंभिक चरण में लगभग दो लाख छात्र चयनित हुए, जिसमें 40 हजार बिहार के हैं. 17 से 21 फरवरी तक इसके दूसरे चरण की परीक्षा आयोजित हुई, जिसमें 21 फरवरी को आयोजित परीक्षा के प्रश्नपत्र वायरल हो गये. इसके विरोध में पिछले पांच दिनों से छात्र दिल्ली में धरना प्रदर्शन कर रहे थे. लेेकिन छात्रों की मांग को वहां गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था.
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