पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दरभंगा में प्रधानमंत्री मोदी के नाम से चौक का नाम रखे जाने के विवाद में हुई एक भाजपा कार्यकर्ता के पिता की हत्या की बात को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी चौक के नाम से लगे हुए बोर्ड का इस हत्या से कोई लेना-देना नहीं है. हत्या की इस घटना को जमीन विवाद के तहत अंजाम दिया गया है. वहीं दूसरी ओर इस मामले में जिले के एसएसपी ने भी खुलासा किया है कि हत्या चौक का नाम रखने को लेकर नहीं, बल्कि जमीन विवाद के में की गयी है.
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की देर रात अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में दरभंगा के एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि हत्या एक जमीनी विवाद की पुरानी दुश्मनी में की गयी है. उन्होंने कहा कि हत्या के पीछे मोदी चौक को लेकर कोई विवाद नहीं है. जब इस मामले की जांच की गयी तो प्रथम दृष्टया यह पाया कि इनकी एक जमीन को लेकर कुछ लोगों से पुरानी दुश्मनी थी जिस कारण हत्या हुई है. उन्होंने कहा कि घायल के बयान को लेकर पुलिस मामले की जांच कर रही है. पीड़ित घायल ने बताया था कि मोदी चौक नाम रखने के कारण ही उसके पिता रामचंद्र यादव को राजद और महागठबंधन के लोग हत्या का गयी.
Totally false that murder in Darbhanga cose of naming Modi https://t.co/Vzjoj6xJaW of land dispute.Board was put long back,Murder has nothing to do with Board.
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) March 16, 2018
पुलिसइस मामले मेंतीनलोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस का कहना है कि इस घटना को लेकर तरह-तरह की अफवाहें हवा में तैरने लगी थी. हालांकि, स्थानीय लोगों का सवाल है कि पुलिस ने घटना के बाद घायल भोला यादव का बयान लेने की जगह एक अनपढ़ महिला का बयान लेकर पूरे मामले की लीपापोती करने में जुटी है. गौरतलब हो कि बिहार के दरभंगा जिला के सदर थाना अंतर्गत भदावन गांव में एक चौक का नामकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखे जाने को लेकर कथित तौर पर हुए विवाद में एक स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता के वृद्ध पिता की बीती रात धारदार हथियार से हत्या कर दी गयीथी.
इसघटना में तथा मृतक के पुत्र को जख्मी कर दियागयाथा. हालांकि पुलिस ने 65 वर्षीय रामचंद्र यादव की हत्या व्यक्तिगत शत्रुता को लेकर किए जाने का दावा कियाथा. इस हमले में घायल रामचंद्र के पुत्र और भाजपा कार्यकर्ता कमलेश यादव को इलाज के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गयाथा. उन्होंने आरोप लगाया था कि राजद समर्थकों ने हाल में संपन्न उपचुनाव के दौरान एक लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर हुई जीत के मद्देनजर इस चौक का नाम पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद के नाम पर रखने की कोशिश की.
कमलेशकाकहना था कि उनके द्वारा इसका विरोध करने पर वे उस समय तो वहां से चले गए, लेकिन देर रात 20 से 25 की संख्या में मोटरसाइकिल पर सवार होकर उनके घर पहुंचे राजद समर्थकों ने उनके पिता और उनपर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया जिसमें रामचंद्र की मौत हो गयी जबकि वह घायल हो गये. अपर पुलिस अधीक्षक दिलनवाज अहमद ने बताया कि हमलावरों की कमलेश और उनके परिवार के साथ व्यक्तिगत दुश्मनी थी. हमें चौक के नाम पर किसी विवाद की सूचना नहीं है, फिर भी हर पहलू से मामले की जांच की जा रही है.
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