पटना : बिहारमें अररिया लोकसभा सीटकेलिए हाल ही में हुए उपचुनाव में राजद के उम्मीदवार सरफराज अालम को मिली जीत और उनकेसमर्थकों काएकआपत्तिजनक वीडियो वायरलहोने के बाद से सूबेमें सियासीबयानबाजीका सिलसिला तेजहो गया है. इसी कड़ी में राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भाजपा व नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला है. शिवानंद तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बिहार और राजद को भाजपा अपमानित कर रही है.
राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, बिहार के अररिया में मतदान के पूर्व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वहां कह आये थे कि राजद यहां जीतेगा तो यह इलाकाआइएसआइ का अड्डा बन जायेगा. उपचुनाव में वहां हार के बादकेंद्रीयमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह का बयान आया कि अररिया में भाजपा की हार और राजद की जीत देश के लिए खतरनाक है. उनका कहना है कि राजद की जीत से सीमांचल कट्टरपंथियों का गढ़ बन जायेगा. नित्यानंद, गिरिराज या सुशील मोदी राजद पर जो आरोप लगा रहे हैं उसका आधार क्या है यह नहीं बता रहे हैं.
शिवानंद तिवारी ने कहा, राजद वहां अचानक और पहली मर्तबा नहीं जीता है. हमारे नेता मरहुम मो. तस्लीमुद्दीन साहब लगभग साढ़े तीन साल से वहां के सांसद थे. सीमांचल के लोग बहुत प्रेम और आदर के साथ उन्हें ‘सीमांचल का गांधी’ कहते थे. 2014 से अपने इंतकाल तक तस्लीम साहब अररिया से सांसद रहे. भाजपा के नेताओं से हम जानना चाहते हैं कि इस बीच उस इलाके में कौन सी ऐसी गतिविधि हुई जिसके आधार पर सीमांचल उन्हें कट्टरपंथ और आतंकवाद के अड्डा के रूप में परिवर्तित होता हुआ नजर आया? ये लोग शायद भुल गए कि मात्र महीने भर पहले तक विजयी सांसद सरफराज आलम एनडीए के विधायक थे.
शिवानंद तिवारी ने आगे कहा, राजद एक जवाबदेह दल है. लालू जी और राबड़ी जी के नेतृत्व में पंद्रह वर्षों तक बिहार में हमने सरकार चलायी है. उस दरम्यान माननीय अटल जी के नेतृत्व में केंद्र में राजग की सरकार भी रही. लेकिन, उस काल में केंद्रीय सरकार के किसी भी मंत्री ने ऐसा आरोप हम पर नहीं लगाया. 2015 से लेकर 2017 तक राजद महागठबंधन की सरकार का अंग रहा. आज हम एक मजबूत और जवाबदेह विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. हम समझ पाने में असमर्थ हैं हैं किस आधार पर ऐसे संकीर्ण और घृणित आरोप हम पर लगाया जा रहा है. न तो यह देश किसी एक की बपौती है और न देशभक्ति पर किसी एक समूह का अधिकार है.
उन्होंने कहा, राजद मानता है कि यह देश एक सौ तीस करोड़ भारतवासियों का है और जब तक अन्यथा प्रमाणित नहीं हो देश के सभी नागरिक समान रूप से देशभक्त हैं. इस प्रकरण में सबसे गंभीर बात यह है कि गिरिराज सिंह भारत सरकार के मंत्री हैं. प्रधानमंत्री जी से हम जानना चाहते हैं कि क्या उन्होंने अपने सहयोगी मंत्री गिरिराज सिंह को ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत किया है ? अगर नहीं तो गिरिराज सिंह को तत्काल मंत्रीमंडल से बर्खास्त किया जाये.
शिवानंद तिवारी ने कहा, हम लोकतांत्रिक देश हैं. शासन का हमारा संघीय ढांचा है. पिछले पचास वर्षों से केंद्र और राज्यों में अलग-अलग दलों की सरकार बनती रही है. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा पहली मर्तबा सत्तर वर्षों के बाद केंद्र में अकेले बहुमत में है. अब तक यह स्पष्ट हो चुका है कि मोदी सरकार को हमारी संवैधानिक मूल्यों और मार्यादाओं के प्रति रंच मात्र भी आदर नहीं है. अपने से अलग अन्य दलों का अस्तित्व इनको ग्राह्य नहीं. सबको मिटा कर देश में तानाशाही शासन कायम करना चाहते हैं. लेकिन, हम इनकी मनसा पुरी नहीं होने देंगे.
राजद नेता ने आगे कहा, हम नीतीश कुमार जी जानना चाहते हैं कि क्या वे अपने सहयोगी दल के नेताओं और अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के इस आरोप का समर्थन करते हैं? अगर सत्ता के लिए उन्होने अपने जमीर को बेच नहीं दिया हो और अभी भी गांधी, लोहिया, जेपी या कर्पूरी उनकी स्मृति में बचे हुए हों तो मुख्यमंत्री की हैसियत से इस प्रकरण में उन्हें स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और इस तरह का बयान देने वाले मंत्रियों को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करना चाहिए.