राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया गया : तेजस्वी
पटना : विधानसभा के अंदर व बाहर हंगामे के बाद शुक्रवार को विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि एक अंग्रेजी समाचार पत्र में छपी खबर के बाद यह बात साफ हो गया है कि हमलोगों को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है. जहां जांच होनी चाहिए, वहां नहीं हुई. सदन में […]
पटना : विधानसभा के अंदर व बाहर हंगामे के बाद शुक्रवार को विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि एक अंग्रेजी समाचार पत्र में छपी खबर के बाद यह बात साफ हो गया है कि हमलोगों को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है. जहां जांच होनी चाहिए, वहां नहीं हुई. सदन में हमलोगों को अपनी बात नहीं रखने दिया जा रहा है.
तेजस्वी ने सीबीआई से सवाल पूछने के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर भी निशाना साधा. सीबीआई पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि रेलवे ने भी साफ किया है, रेलवे के होटल के लीज पर देने के मामले में उसके पास पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है. इसके बाद भी राजनीतिक षड्यंत्र के कारण लालू प्रसाद और उनके परिवार पर केंद्रीय एजेंसियां एकतरफा कार्रवाई कर रही है. इतना कुछ होने के बाद भी हम जांच में सहयोग कर रहे हैं. डिप्टी सीएम रहते हमारे यहां छापेमारी हुई. मुझे, मेरी बहन और बहनोई से पूछताछ की गयी.
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि सारा तानाबाना नीतीश कुमार को अपने साथ लाने के लिए बुना गया. उन्होंने कहा कि किस मुंह से नीतीश कुमार और सुशील मोदी नैतिकता और ईमानदारी की बात कर रहे हैं. सबकुछ जानने के बाद भी नीतीश कुमार और उनकी सरकार ने चुप्पी साध रखी है. रेलवे टेंडर घोटाला मामले में सीबीआई को लालू प्रसाद के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है.
उन्होंने कहा कि अंत में सत्य की ही जीत होगी. उपचुनाव की जीत से उत्साहित तेजस्वी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा भी एनडीए में खुश नहीं हैं. कई सांसद भी नाखुश हैं. मुख्यमंत्री को छोड़कर सभी जदयू विधायकों को आमंत्रण हैं, वे हमारे आ जाएं. अररिया के वायरल वीडियो पर तेजस्वी ने कहा कि बिना फोरेंसिक जांच के कुछ नहीं कहा जा सकता है.