पटना : बिहार विधानसभा में लगातार हंगामा जारी है. नया मामला, भागलपुर में भड़के तनाव और दरभंगा के मसले पर बार-बार बदल रहे, भाजपा नेताओं के बयान को लेकर पूरा विपक्ष आर-पार के मूड में है. दूसरी पाली में जब साढ़े चार बजे सदन की कार्रवाई शुरू हुई, उसके थोड़ी ही देर बाद विपक्षी सदस्यों ने सदन में भागलपुर की घटना और गिरिराज सिंह के ऊपर लगे आरोपों को लेकर हंगामा करनाशुरू कर दिया. सदस्यों के हंगामा करने के बाद भी विधानसभा कार्रवाई चलती रही. विपक्षी सदस्यों का कहना था कि उन्होंने भागलपुर में हुई घटना को लेकर कार्य रोको स्थगन प्रस्ताव लाया था, ताकि इस मसले पर बहस हो, लेकिन सरकार कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है.
राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के नेतृत्व में सभी विधायक अचानक नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर हो गये और उन्होंने सरकार के विरोध में नारेबाजी की. अब्दुल बारी सिद्दीकी ने मीडिया को बताया कि बिहार सरकार और केंद्र सरकार में कोई तालमेल नहीं है. दरभंगा में बीजेपी नेता के पिता की हत्या के मामले में सुशील मोदी कुछ और नित्यानंद राय कुछ और गिरिराज सिंह कुछ और बोल रहे हैं.
सिद्दीकी ने कहा कि बिहार आकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बाकी भाजपा नेता सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली बात कर रहे हैं, जो बिल्कुल जायज नहीं है. उन्होंने कहा कि भागलपुर में अश्विनी चौबे के बेटे पर आरोप लगा है और प्राथमिकी दर्ज हुई है, लेकिन सरकार अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है. सिद्दीकी ने कहा कि बिहार का माहौल बिगाड़ा जा रहा है, जो सरकार के लिए भारी पड़ेगा.
इससे पूर्व विपक्षी सदस्यों ने मक्का में दाना नहीं आने तथा भागलपुर में उपजे सांप्रदायिक तनाव व अररिया के मामले को लेकर विपक्षी सदस्यों ने सदन के भीतर से लेकर बाहर तक जमकर हंगामा किया और सरकार विरोधी नारे लगाये. मुद्दे को लेकर राजद व माले के सदस्य वेल में चले आये. सदन में 15 मिनट तक हंगामा होता रहा. विधानसभाध्यक्ष व संसदीय कार्य मंत्री के आग्रह के बाद भी जब विपक्षी सदस्य सीट पर नहीं गये, तो सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. माले के सदस्य सदन में मक्का (भुट्टा) लेकर आये थे. सदन का कार्यवाही शुरू होने के पहले राजद व माले के सदस्यों ने विधानसभा पोर्टिको में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. ये लोग केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह व अश्विनी चौबे के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे थे.
संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि विपक्ष सही तरीके से सवाल करे, सरकार उत्तर देने के लिए तैयार है. विपक्षी सदस्य सदन को चलने देना नहीं चाहते. इन्हें जनहित से कोई मतलब नहीं है. सरकार पहले ही कह चुकी है कि मक्का किसानों की क्षति की भरपायी सरकार करेगी. गौर हो कि भागलपुर के नाथ नगर के चंपानगर में शनिवार को हुए दो गुटों के बीच भिड़ंत मामले में नाथनगर थाना में दो एफआईआर दर्ज किया गया है. नाथनगर में हुए उपद्रव मामले में एक मामले में पुलिस की ओर से थाने में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र और बीपेजी नेता अर्जित शाश्वत चौबेर समेत कई बीजेपी नेताओं को आरोपी बनाया गया है. इसे लेकर सदन में सोमवार को विपक्षी सदस्य काफी उग्र दिखे.
वहीं दूसरी ओर जदयू के विधायक श्याम रजक ने कहा कि सरकार किसी को बचाने और फंसाने का काम नहीं करती है. किसी भी पार्टी, संस्था और जैसा भी व्यक्ति हो, कानून अपना काम करेगा. उन्होंने कहा कि जिन्हें जो बोलना है, वह बोलते रहें. बिहार में कानून का राज है और बिहार में समाजवाद के साथ एकात्मक समाज के लिए जो बन पड़ेगा सरकार उसके लिए करेगी.
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