बिहार दिवस : स्काॅटलैंड के पटना में कुछ इस तरह मना बिहार से कनेक्शन का पर्व
लंदन : स्कॉटलैंड के पूर्वी आयरशायर क्षेत्र में स्थित पटना नाम के एक छोटे शहर में बिहार की राजधानी के साथ उसके ऐतिहासिक संबंधों को मनाने के लिए बिहार दिवस का अयोजन किया गया. स्काॅटलैंड के कृषक विलियम फुलर्टन ने उनके स्केलडन स्टेट एवं कोयले के खदानों में काम करने वाले लोगों को आवासीय सुविधा […]
लंदन : स्कॉटलैंड के पूर्वी आयरशायर क्षेत्र में स्थित पटना नाम के एक छोटे शहर में बिहार की राजधानी के साथ उसके ऐतिहासिक संबंधों को मनाने के लिए बिहार दिवस का अयोजन किया गया.
स्काॅटलैंड के कृषक विलियम फुलर्टन ने उनके स्केलडन स्टेट एवं कोयले के खदानों में काम करने वाले लोगों को आवासीय सुविधा प्रदान करने के लिए 1802 में एक छोटा सा शहर बसाया था जिसका नाम उन्होंने बिहार की राजधानी पटना के नाम पर रखा था.
फुलर्टन का जन्म पटना में हुआ था और उन्होंने वहां काफी वक्त बिताया था. स्काॅटलैंड में 17 मार्च को आयोजित बिहार दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त वाई के सिन्हा ने कहा, पटना हमेशा से शिक्षा और व्यापार का प्रमुख केंद्र रहा है.
फुलर्टन ने अपने पिता सर्जन विलियम फुलर्टन की याद में स्काॅटलैंड में पटना का निर्माण किया था. सर्जन ब्रिटिशईस्ट इंडिया कंपनी में थे और भारत में 1744 से 1766 तक अपनी सेवाएं दी थी.
इस दौरान स्थानीय इतिहासकारों, पेंटरों, कलाकारों और व्यापारियों से उनके अच्छे संपर्क बने थे. बिहार दिवस हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है. इसी दिन ब्रिटिश सरकार ने 1912 में बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग बिहार प्रदेश का गठन किया था.
मूल रूप से बिहार के रहने वाले सिन्हा ने दोनों शहरों के बीच संबंध को और प्रगाढ़ करने के लिए सभी संभव सहायता देने का वादा किया. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम और आधुनिक भारत के निर्माण में पटना शहर की भूमिका के बारे में भी अवगत करवाया.
प्राचीन मगध साम्राज्य की राजधानी पाटलीपुत्र को ही पटना के नाम से जाना जाता है. इस कार्यक्रम में एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिसमें छठ पूजा, समा चकेवा, तीज, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर और गुरु गोविंद सिंह के बारे में जानकारी के अलावा बिहार के दूसरे बड़े पर्वों की झलक दिखायी गयी थी.