VIDEO : गिरिराज-अश्विनी को लेकर मचे बवाल पर इस सुलझे हुए भाजपा नेता ने दी बड़ी प्रतिक्रिया
पटना : बिहार विधानसभा में इन दिनों हंगामा लगातार जारी है. सदन में विपक्ष की एक ही मांग है कि सरकार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे के बिहार आने पर रोक लगाये. विपक्ष की मांग यह भी है कि इन दोनों नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो. विपक्ष अश्विनी चौबे के बेटे की […]
पटना : बिहार विधानसभा में इन दिनों हंगामा लगातार जारी है. सदन में विपक्ष की एक ही मांग है कि सरकार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे के बिहार आने पर रोक लगाये. विपक्ष की मांग यह भी है कि इन दोनों नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो. विपक्ष अश्विनी चौबे के बेटे की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा हुआ है. स्थिति यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता राबड़ी देवी ने आज अपनी मांगों के साथ विधान परिषद के मुख्य द्वार पर धरना भी दिया. वहीं एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि उनकी सरकार ऐसे तत्वों का बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने मंगलवार को अपने बयान में कहा कि सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की कोई कोशिश बर्दाश्त नहीं की जायेगी. कोई अगर एक गलती करता है तो उसकी निंदा-कार्रवाई होनी चाहिए. न कि उसको आधार बना कर इतना चिल्लाईए कि दो पक्षों में तनाव पैदा हो. यह सद्भावना का उदाहरण नहीं, समाज में तनाव पैदा करने की रणनीति है.
नीतीश कुमार के इस बयान के आने के बाद विपक्ष दरभंगा और भागलपुर मामले को लेकर और उग्र हुआ और आज विधानसभा में राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने मुख्यमंत्री को लेकर विवादास्पद बयान तक दे डाला. वहीं सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गयी कि क्या सरकार में सबकुछ ठीक-ठाक है. उस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता और विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि पार्टी स्तर पर इस तरह की कोई बात नहीं है. सवाल सूचनाओं का है. दिल्ली के जो नेता हैं, उन्हें सूचना अपने लोगों द्वारा मिलती है, वह उस आधार पर बोल देते हैं. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को दरभंगा मामले में सरकारी सूचना मिली होगी, उस पर उन्होंने कुछ बोल दिया और बाकी ऐसा कुछ नहीं है.
देवेश चंद्र ठाकुर ने विधानसभा में मीडिया से बातचीत में कहा कि कहीं कोई ना मात्र की भी गड़बड़ी नहीं है. सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा है, वैसी कोई बात नहीं है. गौरतलब हो कि हाल में दरभंगा में कथित तौर पर एक चौराहे का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखने को लेकर हुए विवाद में एक भाजपा कार्यकर्ता के पिता की हत्या कर दी गयी थी. जिसे लेकर बिहार भाजपा के नेताओं और पुलिस के बयान में अंतर देखा गया. जिसे लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था. वहीं भागलपुर मुद्दे के सामने आने के बाद नीतीश कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.
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