छठपूजा : उगते सूर्य को अर्घ के साथ महापर्व का आज समापन, नदी में बोट से होती रही पेट्रोलिंग
शुक्रवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ पटना : कांच ही बांस के बंहगिया…बहंगी लचकत जाये, ए जो सुगवा के मारबो धनुष से, सुगा गिरे मुरछाय…. आदि गीतों के साथ सूर्य उपासना के पर्व के तीसरे दिन शुक्रवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ दिया. शाम 6:01 बजे पर सूर्यास्त होते […]
शुक्रवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ
पटना : कांच ही बांस के बंहगिया…बहंगी लचकत जाये, ए जो सुगवा के मारबो धनुष से, सुगा गिरे मुरछाय…. आदि गीतों के साथ सूर्य उपासना के पर्व के तीसरे दिन शुक्रवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ दिया. शाम 6:01 बजे पर सूर्यास्त होते ही व्रतियों ने पहला अर्घ दिया.
गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं और व्रतियों की भीड़ रही. छठी मैया के गीत और श्रद्धालुओं के पर्व से जुड़ी आस्था देखते ही बन रही थी. दोपहर बाद से छठी मैया के गीत से गलियां और सड़कें गुंजायमान रही. एक-एक कर माथे पर सूप, दउरा ले जाते श्रद्धालुओं की टोली गंगा घाटों पर पहुंचने लगी. पूरी आस्था के साथ व्रतियों ने गंगा में खड़े होकर अर्घ दिया. सूप में पूजा सामग्री धूप, दीप व पांच प्रकार के फल, केला, नींबू, संतरा, नारियल, मूली, गन्ना, हल्दी व आटे का बना पकवान ठेकुआ आदि थे. शनिवार को सप्तमी तिथि के साथ ही व्रती अहले सुबह घाटों पर पहुंच कर उदीयमान सूर्य को अर्घ दिया. इसके साथ ही चार दिवसीय छठ व्रत की समाप्ति हो गयी. व्रतियों ने गंगा घाटों पर कोसी की पूजा की. मान्यता है कि विशेष मन्नत पूरा होने पर व्रती कोसी भर सूर्य की पूजा करते हैं.
पल-पल सुरक्षा का जायजा लेते रहे अधिकारी : छठ पर्व की संध्या पर सुरक्षा और विधि व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी कुमार रवि व वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने विभिन्न गंगा घाटों का जायजा लिया. निरीक्षण के क्रम में अधिकारी पल पल की जानकारी लेते रहे.
निरीक्षण नासरी गंज घाट से गायघाट तक 12 सीटेड बोट से सभी छठ घाटों तक किया जाता रहा. डीएम तथा वरीय पुलिस अधीक्षक ने भी गांधी घाट पर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. जिलाधिकारी ने सभी छठ व्रतियों को शुुभकामना देते हुए पटना जिले ले प्रगति और उन्नति की कामना की. जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सुरक्षित घाटों पर 35 बोट में एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ की व्यवस्था की गयी है. गंगा नदी में बोट से लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं.
घाटों पर जुटे लोग : फुलवारीशरीफ. फुलवारीशरीफ के शिव मंदिर घाट, करोड़ीचक, बहादुरपुर, गोनपुरा सूर्य मंदिर घाट, अनिसाबाद मानिक चंद तालाब, जानीपुर, भुसौला दानापुर ,जगदेव पथ स्थित बीएमपी तालाब ,संपतचक ,गौरीचक ,बैरिया, गोपालपुर, परसा ,बेऊर ,सिपारा रामकृष्ण नगर ,खेमनीचक ,जगनपुरा में चैती छठ पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए लोग जुटे थे.
पुण्यार्क मंदिर
पंडारक. पंडारक के विभिन्न गंगा घाटों पर छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ दिया. पुण्यार्क सूर्य मंदिर में भगवान भास्कर के दर्शन के लिये श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. मंदिर परिसर में भजन कीर्तन चला. इधर मोकामा प्रखंड के विभिन्न गंगा घाटों पर भी अर्घ दिया गया.
पटना सिटी. शुक्रवार को अर्घ अर्पित करने के लिए अनुमंडल के 55 गंगा घाटों पर व्रतियों की भीड़ जुटी. सबसे अधिक भीड़ गायघाट, खाजेकलां घाट, भद्र घाट, महावीर घाट, गुरु गोविंद सिंह घाट, किला रोड़ घाट, कंगन घाट, पत्थर घाट के साथ अन्य गंगा घाटों पर थी.
मसौढ़ी. आस्था का महापर्व छठ पूजा मसौढ़ी व धनरूआ एवं पुनपुन में व्रतियों ने श्रद्धापूर्वक भगवान भास्कर को दिया पहला अर्घ . मणिचक श्री विष्णु सूर्य मंदिर तालाब घाट पर व्रतियों ने अर्घ दिया.
दुल्हिनबाजार. शुक्रवार की शाम प्रखंड क्षेत्र के उलार गांव स्थित प्रसिद्ध ओलार्क सूर्य मंदिर परिसर में स्थित तालाब में स्नान कर छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ दिया.
बिक्रम. असपुरा सूर्य मंदिर पर व्रतियों ने सोन नहर में स्नान कर अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ दिया. वहीं असपुरा सूर्य मंदिर हनुमान बाग के सदस्यों ने दूर दराज से आये हुए व्रतियों के लिए ठहरने की व्यवस्था भी की थी.
फतुहा/खुसरुपुर. फतुहा के सबलपुर,कच्ची दरगाह, जेठुली, मौजीपुर, समसपुर सीढ़ी घाट,मौनिया घाट, त्रिवेणी संगम, मस्ताना घाट, कटैहिया घाट, दरियापुर,रायपुुरा, मकसूदपुर, केवला घाट,खिरोधरपुर, कुर्था, हरदासबीघा, बैकटपुर, मौसीमपुर आदि गंगा घाटों पर डूबते सूर्य को अर्घ दिया.
दानापुर/खगौल. दानापुर के विभिन्न तालाबों में छठ व्रती महिलाएं ने अर्घ दिया. श्रद्धालु गाजे-बाजे के साथ घाट पर दोपहर बाद से ही पहुंचने लगे.