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बिहार : सीबीआई की कार्रवाई, नोटबंदी के दौरान फर्जी खातों के जरिये 70 लाख रुपये बदलने का आरोप

पटना : सीबीआई ने नोटबंदी के दौरान फर्जी खातों के जरिये पुराने नोटों को बदलने के आरोप में अवामी लीग सहकारी बैंक के निदेशक अरशद अहमद और उसके स्कूल की प्रिंसिपल सुप्रिया चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया है. गुरुवार को हुई इनकी गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार की देर शाम सीबीआई ने इन्हें विशेष न्यायालय में […]

पटना : सीबीआई ने नोटबंदी के दौरान फर्जी खातों के जरिये पुराने नोटों को बदलने के आरोप में अवामी लीग सहकारी बैंक के निदेशक अरशद अहमद और उसके स्कूल की प्रिंसिपल सुप्रिया चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया है.
गुरुवार को हुई इनकी गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार की देर शाम सीबीआई ने इन्हें विशेष न्यायालय में पेश करके 24 घंटे की रिमांड पर लिया.
रिमांड की यह अ‌वधि बढ़ायी भी जा सकती है. फिलहाल इसकी मियाद पूरी होने के बाद ही इससे संबंधित स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. नोटबंदी के बाद अवामी लीग बैंक में दर्जनों फर्जी खातों के जरिये 500 और एक हजार रुपये के पुराने नोटों को नये में बदलने का गोरखधंधा बड़े स्तर पर किया गया था.
इस गोरखधंधे में अवामी लीग बैंक के कई लोगों को आरोपित पाते हुए इनके खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज कर जांच चल रही है. इसमें दो मुख्य नामजद अभियुक्तों बैंक निदेशक अरशद अहमद और उसकी स्कूल की प्रिंसिपल को गोरखधंधे में हर तरह से दोषी पाने के बाद गिरफ्तार किया गया है.
सीबीआई की जांच में इस बात के पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि इन दोनों ने अपने स्कूल के कर्मी समेत अन्य लोगों के निजी डिटेल का उपयोग करके अपने ही बैंक में दर्जनों फर्जी खाते खुलवाये और इनके माध्यम से 70 लाख रुपये से ज्यादा के पुराने नोटों (500 और एक हजार के) को नये नोटों में बदल दिया.
अवामी लीग सहकारिता बैंक के निदेशक का मदर इंटरनेशनल नामक एक निजी स्कूल भी फुलवारीशरीफ में चलता है. इस स्कूल के भी दर्जनों बैंक खातों का भी उपयोग पुराने नोटों को बदलने के इस खेल में किया गया था. इन तमाम बातों के सबूत मिलने के बाद ही इन दोनों को गिरफ्तार किया गया है.
पूछे गये कई अहम सवाल
रिमांड के दौरान सीबीआई ने दोनों से अलग-अलग घंटों पूछताछ की है. इस दौरान उनसे इस बात की विस्तृत जानकारी ली गयी कि इन्होंने किस तरह से फर्जी खाते खोलकर पुराने नोटों को नये में बदलने का काम किया है.
ये अवैध रुपये किन-किन लोगों के थे, इस बात की भी गहन पूछताछ की गयी है. कई दस्तावेजों को दिखाते हुए सीबीआई ने इनसे पूरा ब्योरा लिया. इस पूरे मामले में अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री अनवर अहमद के रोल से संबंधित बातों पर भी पूछताछ हुई. कई अहम सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी होने की संभावना है.
ये लोग बनाये गये इस मामले में अभियुक्त
सीबीआई ने जिन लोगों को इस मामले में अभियुक्त बनाया है, उनमें बैंक के अध्यक्ष अनवर अहमद, अरशद अहमद (अनवर के बेटे), कौशलेंद्र कुमार शर्मा (राजा बाजार स्थित आवामी बैंक के कार्यकारी शाखा प्रबंधक), प्रकाश कुमार सिन्हा (पटना सिटी के खाजेकलां थाना क्षेत्र में लाल टोली शाखा के मैनेजर), अभय कुमार (अशोक राजपथ में मुरादपुर स्थित बैंक की मुख्य शाखा के मैनेजर सह कैशियर) और दो अन्य सहयोगी फरहद अहमद और परवेज आलम शामिल हैं.
बॉक्स
राजद के नेता हैं अवामी बैंक के आरोपित अध्यक्ष
अवामी लीग सहकारी बैंक के अध्यक्ष अरशद अहमद के पिता अनवर अहमद हैं, जो लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान कैबिनेट मंत्री थे.
ये राजद से दो बार एमएलसी रह चुके हैं. फिलहाल वह पार्टी से जुड़े हैं, लेकिन किसी पद पर नहीं हैं. यह भी माना जा रहा है कि नोटबंदी के दौरान पैसे के काले को सफेद करने का जो खेल खेला गया था, उसमें इस चैनल के जरिये कई बड़े नेताओं के भी पैसे को सफेद किया गया था. फिलहाल सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है.

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