बिहार : जून से सरकारी अस्पतालों में मुफ्त मिलेंगी 310 दवाएं, जानें पूरी खबर
टीबी के मरीजों को 500 और जानकारी देने वाले को मिलेंगे एक हजार रुपये पटना : बाजार में महंगे दाम पर मिलने वाली 310 तरह की दवाएं जून से राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज, जिला व अनुमंडल अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शल्क मिलेेंगी. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को इन आवश्यक […]
टीबी के मरीजों को 500 और जानकारी देने वाले को मिलेंगे एक हजार रुपये
पटना : बाजार में महंगे दाम पर मिलने वाली 310 तरह की दवाएं जून से राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज, जिला व अनुमंडल अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शल्क मिलेेंगी.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को इन आवश्यक दवाओं की सूची (आईडीएल) पुस्तिका का लोकार्पण गांधी मैदान स्थित एक होटल में आयोजित टीबी जागरूकता कार्यक्रम में किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में पहले 181 तरह की दवाएं मिलती थीं, जिनकी संख्या बढ़ाकर 225 कर दी गयी हैं.
जबकि जिला अस्पतालों में 123 तरह की दवाएं शामिल थीं, जो अब 167 तरह की हो गयी हैं. इतना ही नहीं, अस्पतालों में 42 प्रकार की मेडिकल डिवाइस भी शामिल की गयी है, जो मरीजों को नि:शुल्क मिलेगी.
टीबी मरीजों को 500 व पता बताने पर मिलेगा एक हजार रुपये : मंगल पांडेय ने कहा कि शर्म व लज्जा के कारण आज भी टीबी मरीजों की पहचान नहीं हा पा रही है. नतीजा उनकी बीमारी ठीक करने में स्वास्थ्य विभाग को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
यही वजह है कि अब एक अप्रैल से टीबी मरीजों की पहचान बताने वाले लोगों को एक हजार रुपये सरकार की ओर से दिये जायेंगे, जबकि भर्ती मरीजों को 500 रुपये दिये जायेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि 2025 तक भारत टीबी बीमारी से मुक्त हो जाये.
वहीं मौके पर मौजूद राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक लोकेश कुमार सिंह ने स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के बारे में जानकारी दी. वहीं बिहार के रीच क्वॉडिनेटर पंकज सिंह बघेल ने टीबी जागरूकता को लेकर पॉवर प्वाइंट प्रजंनटेशन दिया. इस मौके पर स्टेट टीबी ऑफिसर डॉ केएन सहाय के अलावा स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे.
एक नजर में अब क्या नया होगा
– 310 तरह की दवाओं की सूची हुई जारी
– 225 तरह की दवाएं मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में मिलेंगी नि:शुल्क
– जिला अस्पतालों में 167 प्रकार की मिलेंगी दवाएं
– पूरे बिहार में 500 हेल्थ वेलनेंस सेंटर खोले जायेंगे
– बीएमआइसीएल के माध्यम से जून तक मिलने लगेंगी दवाएं
– पीएचसी में भी प्रसव की सुविधाओं का इजाफा होगा
– टीबी की जानकारी नहीं देने वाले अस्पतालों पर नियमानुसार की