बिहार : शराबबंदी से परिवार में आयी बहार, लौटीं खुशियां, पत्नी बोली- थैंक्स नीतीश कुमार

महाराजगंज (सीवान) : कभी शराब के नशे में डूबे रहने वाले सर्वजीत सिंह अब नशे से काफी दूर जा चुके हैं. शराबबंदी ने उनके जीवन में बहार ला दी है. ऐसे में उनकी पत्नी अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गुणगान करते नहीं थकती हैं. सर्वजीत भी कहते हैं कि अगर पूरे परिवार को बर्बाद कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2018 8:27 AM
महाराजगंज (सीवान) : कभी शराब के नशे में डूबे रहने वाले सर्वजीत सिंह अब नशे से काफी दूर जा चुके हैं. शराबबंदी ने उनके जीवन में बहार ला दी है. ऐसे में उनकी पत्नी अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गुणगान करते नहीं थकती हैं.
सर्वजीत भी कहते हैं कि अगर पूरे परिवार को बर्बाद कर देना हो तो घर के किसी एक सदस्य को शराब पीने की लत लगा दीजिए.
इससे सर्वजीत के परिवार की व्यथा समझी जा सकती है. महाराजगंज नगर पंचायत स्थित कपिया जागीर निवासी ड्राइवर सर्वजीत सिंह के घर में जहां आये दिन शराब के कारण कलह होती थी, वहां आज बच्चों के पढ़ने की आवाज, पूजा-पाठ व हंसी-ठिठोली सुनाई देती है. आस-पड़ोस के लोग सर्वजीत से सबक ले रहे हैं. उनका कहना है कि दो साल पहले जहां शराब के कारण पूरा परिवार बिखरने के कगार पर पहुंच गया था, वहां शराबबंदी किसी वरदान से कम नहीं है.
सर्वजीत सिंह से जब शराब पर बात की गयी तो उसने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब पीने का मन नहीं करता है. शराब से नफरत-सी हो गयी है. एक प्रश्न के जवाब में उसकी आंखों में आंसू आ गये और उसने कहा कि पूरे परिवार को बर्बाद कर देना हो तो घर के किसी एक सदस्य को शराब पीने की लत लगा दीजिए. महाराजगंज में गाड़ी चलाने वाले सर्वजीत कहते हैं कि इस कानून ने उनकी जिंदगी बदल दी है. उसने कहा, मैं शराबी था, लेकिन शराबबंदी के बाद मैं और मेरा परिवार अब खुशहाल है. पत्नी भी नीतीश सरकार की तारीफ करते नहीं थकती हैं.
बेटे अमर ने पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया है. यही नहीं शराबबंदी से पूर्व परिवार कर्ज के बोझ तले दबा जा रहा था. शराबबंदी के बाद कर्ज से मुक्ति मिल गयी. उसने कहा, स्वास्थ्य और सामाजिक उत्थान को बढ़ावा मिला है. महिलाएं खासतौर से गरीब समुदाय की महिलाएं बहुत सशक्त हुई हैं, क्योंकि उनके पति अब अपना ज्यादातर पैसा शराब के बजाय परिवार पर खर्च करते हैं.

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