एफएसएल के लिए 59 पद सृजित, सबसे अधिक पटना में

सबसे अधिक भर्ती विधि विज्ञान प्रयोगशाला में पटना : अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिये राज्य सरकार विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) में अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी को दूर करने जा रही है. प्रदेश भर में एफएसएल में करीब 25 फीसदी पद रिक्त हैं. इस कमी को दूर करने के लिये 59 पदों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2018 9:02 AM
सबसे अधिक भर्ती विधि विज्ञान प्रयोगशाला में
पटना : अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिये राज्य सरकार विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) में अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी को दूर करने जा रही है.
प्रदेश भर में एफएसएल में करीब 25 फीसदी पद रिक्त हैं. इस कमी को दूर करने के लिये 59 पदों के लिये अधिसूचना जारी कर दी गयी है. सबसे अधिक पद एफएसएल पटना में सृजित हैं. छह पद सहायक निदेशक के हैं.
साइबर अपराध पर अंकुश लगाने को विशेषज्ञों की मांग लंबे समय से की जा रही थी. विधि विज्ञान प्रयोगशाला पटना, क्षेत्रीय विधि विज्ञान भागलपुर एवं मुजफ्फरपुर में गठित साइबर क्राइम यूनिट के लिये 27 पदों पर भर्ती की जायेगी. तीन-तीन पद सहायक निदेशक, चार-चार पद वरीय वैज्ञानिक सहायक, और दो-दो पद प्रयोगशाला वाहक के हैं.
एफएसएल पटना की पॉलीग्राफी यूनिट में सहायक निदेशक फोरेंसिक एवं क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक के तीन पद भरे जायेंगे. इसमें से एक पद महिला के लिये आरक्षित है. वरीय वैज्ञानिक सहायक के चार पदों में से दो पद जीव विज्ञान विशेषज्ञ और दो पद मनोविज्ञान के रिक्त हैं.
एफएसएल पटना की नारको एनालाइसिस यूनिट में सहायक निदेशक के तीन पदों में से एक मूर्छा चिकित्सक और दो पद फारेंसिक एवं क्लिनिकल मनोविज्ञान के सृजित किये गये हैं. वरीय वैज्ञानिक सहायक के छह पदों में से जीव विज्ञान विशेषज्ञ के दो, मनोविज्ञान दो एवं मेडिकल टेक्नीशियन के दो पद सृजित किये हैं. प्रयोगशाला वाहक के भी चार पद सृजित किये गय हैं.
समूह-घ के आठ पद सृजित : उत्पाद अधिनियम से संबंधित मुकदमों में नमूना जांच को प्रयोगशाला वाहक समूह-घ के आठ पद भी सृजित किये गये हैं. इसमें विधि विज्ञान प्रयोगशाला पटना में तीन, क्षेत्रीय विधि विज्ञान भागलपुर में दो, मुजफ्फरपुर में तीन पद सृजित हैं.

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