बिहार : नहीं भा रहा रात का हवाई सफर, पहले दिन पुणे से आये 120 यात्री, पांचवें दिन रह गये 42, जानें कारण
पटना : 25 मार्च को पटना से पुणे की पहली रात्रि सेवा शुरू हुई और पांच दिनों के भीतर ही उनकी संख्या केवल 42 रह गई. विमान के पूरी क्षमता की यह केवल एक चौथाई सीट है. जबकि पहले दिन 120 यात्री आये और यहां से जाने वालों की संख्या 100 थी़ ऐसे में विमान […]
पटना : 25 मार्च को पटना से पुणे की पहली रात्रि सेवा शुरू हुई और पांच दिनों के भीतर ही उनकी संख्या केवल 42 रह गई. विमान के पूरी क्षमता की यह केवल एक चौथाई सीट है. जबकि पहले दिन 120 यात्री आये और यहां से जाने वालों की संख्या 100 थी़ ऐसे में विमान कंपनियों में निराशा का माहौल है. घाटे से बचने के लिए इंडिगो रात्रि सेवा टाल सकती है़
इंडिगो ने रात्रि सेवा को नहीं किया शामिल
इंडिगो ने रात्रि सेवा के लिए आवेदन दिया था. उसे डीजीसीए और स्थानीय एयरपोर्ट ऑथिरिटी ने 30 अप्रैल से पटना से हैदराबाद, कोलाकाता और बेंगलुरू से देर रात की सेवा शुरू करने की इजाजत भी दे दी.
लेकिन पुणे आने जाने वाली जेट एयरवेज के फ्लाइट का हाल देख कर इंडिगो ने समर शेड्यूल के लिए एटीसी को सौंपी गयी फ्लाइट की सूची में अब तक 30 अप्रैल से देर रात संचालित होने वाले विमानों को जगह नहीं दी है.
किसी भी नयी सेवा के शुरुआत से काफी समय पहले ही एयरपोर्ट ऑथिरिटी को उसकी जानकारी दे दी जाती है ताकि संबंधित प्रबंध करने में सहूलियत हो. लगभग एक महीना पहले से टिकटों की बुकिंग भी शुरू हो जाती है. ऐसे में अब तक के घटनाक्रम से स्पष्ट संकेत मिलता है कि 30 अप्रैल से इंडिगो एयरलाइंस अपनी देर रात की सेवाओं का परिचालन शुरू नहीं करने जा रही है.
नाइट हॉल्ट ब्लॉक होने से आगे देर रात की सेवा की उम्मीद
इंडिगो व ऑथिरिटी के वरीय अधिकारी भी इससे सहमत है कि कंपनी की रात्रिकालीन सेवा में अब देर होगी. उन्होंने कहा कि इंडिगो एयरलाइंस ने 1.20 लाख रुपये जमा करके दो पार्किंग ले रखी है जिससे समर में सेवा जारी रख सकेंगे.
इंडिगो द्वारा 30 अप्रैल से रात्रि सेवा की शुरुअात की दिशा में आगे नहीं बढ़ने की वजह नियो इंजन वाले आठ विमानों के ग्राउंडेड होने से भी जोड़ कर देखा जा रहा है. इसके कारण शुरू के दो तीन दिनों तक इंडिगो को पूरे देश में दर्जनों फ्लाइट रद्द करनी पड़ी थी.
बाद में पहले चल रही सेवाओं को तो इंडिगो ने मैनेज कर लिया, लेकिन नई सेवाओं की शुरुआत के लिए उसके पास विमानोंं की कमी अब भी है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी.