बिहार : शीतलहर में बंद था स्कूल, कागज पर बनता रहा एमडीएम
डीपीओ स्थापना ने पकड़ी अनियमितता, तत्काल एक प्रधानाध्यापिका को किया निलंबित मधेपुरा : जिले के सरकारी स्कूलों में एमडीएम योजना की हकीकत किसी से छूपी नहीं है. स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहालों का निवाला हेडमास्टरों द्वारा डकार लिये जाने की कहानी आम हो गयी है. सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर शिक्षा विभाग कितनी […]
डीपीओ स्थापना ने पकड़ी अनियमितता, तत्काल एक प्रधानाध्यापिका को किया निलंबित
मधेपुरा : जिले के सरकारी स्कूलों में एमडीएम योजना की हकीकत किसी से छूपी नहीं है. स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहालों का निवाला हेडमास्टरों द्वारा डकार लिये जाने की कहानी आम हो गयी है.
सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर शिक्षा विभाग कितनी गंभीर है,इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं कि अवकाश के दिनों में भी एमडीएम की उपयोगिता दिखाते सरकारी राशि का उठाव किया जाता रहा है.
स्कूल अवधि में लूट की गाथा तो ग्रामीणों की शिकायत के रूप में कई बार सामने आ चुकी है, लेकिन जिले के सदर प्रखंड क्षेत्र स्थित मिठाई के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शीतलहर अवकाश के दौरान एमडीएम राशि की निकासी ने पूरे शिक्षा महकमे को कटघरे में खड़ा कर दिया है. यह तो एक बानगी भर है, अगर जिलाधिकारी टीम गठित कर एमडीएम के रजिस्टर एवं अन्य रिकॉर्ड की जांच-पड़ताल करायी जाये, तो एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है.
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना नसीम अहमद ने सदर प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय इंदिरा आवास मिठाई की शिक्षिका कुमारी रंजना को निलंबित कर दिया है.
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि जांच के दौरान कुमारी रंजना जब प्रधानाध्यापिका थी तो उनके कार्यकाल में कई गड़बड़ियां पायी गयीं. उन्होंने बच्चों की गलत उपस्थिति अंकित कर मध्याह्न भोजन की राशि की निकासी की. शीतलहर के प्रकोप के कारण विद्यालय में पठन-पाठन स्थगित करने के बाद भी वर्ग एक से आठ तक के बच्चों की उपस्थिति अंकित कर उस अवधि में मध्याह्न भोजन योजना की राशि निकासी की गयी.
तत्कालीन प्रधानाध्यापिका पर विद्यालय में शिक्षा समिति के अध्यक्ष एवं सचिव के साथ अभद्र व्यवहार कर विद्यालय परिसर में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने विद्यालय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने अपने पद का दुरुपयोग करने आदि के आरोप में बीईओ मधेपुरा की अनुशंसा और अभिलेखों के जांचोंपरांत डीईओ के आदेश पर लंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की गयी है.
डीएम कराएं जांच, एमडीएम की लूट का होगा भंडाफोड़
उत्क्रमित मध्य विद्यालय मिठाई का मामला एक बानगी के रूप में शिक्षा विभाग के पास आया है, जबकि शिक्षा विभाग द्वारा जिले में टीम गठित कर जांच किये जाने से कई मामले सामने आ सकते हैं.
मिली जानकारी के अनुसार एमडीएम की राशि निकासी में कई विद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्रों की उपस्थिति गलत दिखा उपयोगिता प्रमाणपत्र विभाग को सौंप राशि की लूट की जा रही है. इस मामले में शिक्षा विभाग मध्याह्न भोजन की भी भूमिका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है. इसी व्यवस्था के लिए एक डीपीओ मध्याह्न भोजन में कार्यरत है. उसके बावजूद इस तरह की चूक बताती है कि कहीं-न-कहीं मिलीभगत है.
शीतलहर अवधि के दौरान एमडीएम मद से अवैध निकासी मामले में प्रधानाध्यापिका कुमारी रंजना के साथ साधनसेवी अरुण कुमार की संलिप्तता मिलने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दे दिये हैं. कार्यालय आदेश में प्रखंड साधनसेवी को डीएम द्वारा शीतलहर के दौरान पठन-पाठन बंद करने के आदेश का अनदेखी करने व प्रपत्र क और मासिक व्यय विवरणी पर उनके द्वारा की गयी अवैध निकासी मामले की भी जांच के आदेश दे दिये गये हैं.
अन्य स्कूलों में भी जांच कर होगी कार्रवाई
शीतलहर के दौरान जिला दंडाधिकारी सह जिलाधिकारी द्वारा स्कूल में पठन-पाठन बंद करने का स्पष्ट आदेश निर्गत किया गया था. इस अवधि में भी बच्चों की उपस्थिति दिखाते हुए मध्याह्न भोजन के नाम पर राशि की निकासी की गयी, यह घोर अनियमितता है.
इस मामले में प्रधानाध्यापिका एवं साधनसेवी पर कार्रवाई की गयी है. तत्काल जिस विद्यालय की जांच हुई उसी पर कार्रवाई हुई है. वरीय अधिकारी के निर्देश पर अन्य विद्यालय की जांच या कार्रवाई की जा सकती है.
नसीम अहमद, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, मधेपुरा.