बिहार : तीन महीने से चल रही लाली पहाड़ी की खुदाई, मिला वोटिव सील, खुलेंगे इतिहास के कई रहस्य

विक्रमशिला, बोधगया, नालंदा व वर्मा के बाद लखीसराय में मिला सील लखीसराय : विगत तीन महीने से चल रही लाली पहाड़ी की खुदाई के दौरान अब बौद्ध महाविहार से इसके जुड़े होने के अनेक प्रमाण मिल रहे हैं. इसको लेकर खुदाई कार्य में लगे शोधकर्ताओं में काफी उत्साह है. रविवार को खुदाई कार्य के दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 2, 2018 7:26 AM
विक्रमशिला, बोधगया, नालंदा व वर्मा के बाद लखीसराय में मिला सील
लखीसराय : विगत तीन महीने से चल रही लाली पहाड़ी की खुदाई के दौरान अब बौद्ध महाविहार से इसके जुड़े होने के अनेक प्रमाण मिल रहे हैं. इसको लेकर खुदाई कार्य में लगे शोधकर्ताओं में काफी उत्साह है.
रविवार को खुदाई कार्य के दौरान एक अद्भुत सील प्राप्त हुआ, जिसके संबंध में खुदाई कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे विश्व भारती शांति निकेतन विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के अध्यक्ष प्रो अनिल कुमार ने बताया कि वोटिव सील दान के लिए उपयोग किया जाता था.
मन्नत पूरी होने पर इस सील के माध्यम से महाबोधि (जागृत बुद्धा) के समक्ष दान किया जाता था. उन्होंने बताया कि इस तरह का सील बिहार के बोधगया, नालंदा, विक्रमशिला एवं वर्मा देश के पगन में ही मिला था. अब लखीसराय की लाली पहाड़ी पर खुदाई में इसके मिलने से यहां का महत्व काफी बढ़ गया है. उन्होंने बताया कि पहाड़ी की पूरी खुदाई होने के बाद यहां विस्तृत बौद्ध महाविहार मिलेगा, जिससे यहां के इतिहास के कई रहस्य खुलेंगे.

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