भारत बंद के दौरान बिहार में हुई पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ सदन में हंगामा

पटना: बिहार विधानसभा और विधान परिषद में मंगलवार को एससी-एसटी एक्ट को लेकर भारत बंद के दौरान हुई पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ विपक्ष ने जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान सदनकेभीतर व बाहर विपक्षी दलों के सदस्यों नेइसमामले को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. बिहार विधानसभा में विरोधीदलराजद, वामदलकेसदस्यों ने भारत बंद के दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2018 4:42 PM

पटना: बिहार विधानसभा और विधान परिषद में मंगलवार को एससी-एसटी एक्ट को लेकर भारत बंद के दौरान हुई पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ विपक्ष ने जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान सदनकेभीतर व बाहर विपक्षी दलों के सदस्यों नेइसमामले को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.

बिहार विधानसभा में विरोधीदलराजद, वामदलकेसदस्यों ने भारत बंद के दौरान प्रदेश के कई जिलों में पुलिस के द्वारा बंद समर्थकों पर लाठीचार्ज के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. राजद विधायक राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट में संसोधन के खिलाफ सड़क पर शांति पूर्ण आंदोलन करने वालों पर पुलिस के द्वारा झूठे मुकदमे करने और पिटाई करने के खिलाफ उन्होंने सदन में अपनी बात रखी हैं. उन्होंने कहा कि अगर सरकार आंदोलनकारियों पर किये झूठे मुकदमे वापस नहीं लेगी, साथ ही दलित महादलित को हक नहीं मिलता तब तक हमारा आंदोलन चलता रहेगा.

वहीं दलितों के मसले पर राजद विधायकों ने विधान परिषद में हंगामा करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाये और बिहार सरकार के साथ-साथ केंद्र की सरकार को दलित विरोधी करार दिया. राजद विधायक संजय प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार दलितों के हक को छीनना चाहती है. दलितों के हक के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. नीतीश सरकार भी दलित विरोधी है और दलितों के मसलों पर सरकार संजीदा नहीं है.

बिहार विधानसभा में एससी एसटी एक्ट में हुए संशोधन में बदलाव वापस लेने की मांग को लेकर राजद और विपक्षी सदस्यों ने विधान परिषद में हंगामाकरतेहुए केंद्र सरकार के साथ बिहार सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. इस दौरान राजद विधायक नेमतुल्लाह और भाई वीरेंद्र ने कहा कि नाथूराम गोडसे के खानदान के लोग और संघियों ने मिलकर भारत दो बंद के दौरान हिंसा फैलाई है. इसमें दलितों का कोई रोल नहीं है. खगड़िया में लाठीचार्ज की गयी है और जगह-जगह पर संघी लोगों ने हिंसा फैलाई है. इस पर सरकार कार्यवाही करें और संशोधन को जल्द से जल्द वापस ले. विपक्षी सदस्यों ने हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर विधानसभा पोर्टिको में प्रदर्शन किया.

उधर, बिहार विधान परिषद में जदयू नेता और प्रवक्ता नीरज कुमार नीरज ने कहा कि कल जिन राजनीतिक दलों ने बिहार में भारत बंद बुलाया था,उन्हें अपने राजनीतिक कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करना चाहिए. उन्होंने सवाल करते हुए कहा, मोहम्मद कादिर के बेटे की मौत का जिम्मेदार कौन होगा और इसकी जिम्मेवारीकौन लेगा. जदयू नेता ने कहा, राजनीति में संस्कृति का महत्व होता है और संस्कार का महत्व होता है. लंपट संस्कृती किन राजनीतिक दलों की है, वह विचार करें और इस तरह की घटनाओं से बचे. नीरज कुमार ने यह भी कहा कि विपक्ष के सदस्य सदन को चलने नहीं देना चाहते हैं. हालांकि, सरकार से वेतन के रूप में सब कुछ लेते हैं.उन्होंने कहा, सदन चलने देना चाहिए था. नीरज कुमार ने राजद के साथ कांग्रेस को भी निशाने पर लिया और उनकी भूमिका पर सवाल खड़ा किया है.

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