पटना :गुरुघर में जहां था जोगा निवास अब वहां पर बनेगा दीवान हॉल

प्रबंधक कमेटी ने दे रखा है यूके वाले बाबा भाई मोहिंदर सिंह को दायित्व पटना सिटी : सिखों के दशमें गुरु गोविंद सिंह महाराज की जन्मस्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब पांच प्रमुख तख्तों में दूसरा बड़ा तख्त है. इस कारण देश -विदेश के सिखों का यह आस्था व श्रद्धा का केंद्र है. तख्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2018 9:13 AM
प्रबंधक कमेटी ने दे रखा है यूके वाले बाबा भाई मोहिंदर सिंह को दायित्व
पटना सिटी : सिखों के दशमें गुरु गोविंद सिंह महाराज की जन्मस्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब पांच प्रमुख तख्तों में दूसरा बड़ा तख्त है. इस कारण देश -विदेश के सिखों का यह आस्था व श्रद्धा का केंद्र है.
तख्त साहिब के विकास योजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए अब दरबार साहिब के दक्षिण में स्थित जोगा निवास व आसपास के क्षेत्रों को तोड़ वहां पर दीवान हाॅल बनाने की योजना है. प्रबंधक कमेटी ने बैठक में यह दायित्व यूके वाले गुरु नानक निष्काम जत्था के प्रमुख भाई मोहिंदर सिंह को दी है. भाई साहिब के अनुयायी व तख्त साहिब के विकास कार्य देख रहे बाबा इंद्रजीत सिंह ने बताया कि आठ अप्रैल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दीवान हाॅल निर्माण की नींव रखेंगे. उसी दिन से निर्माण कार्य आरंभ हो जायेगा.
15 हजार स्क्वायर फुट में होना है निर्माण
प्रबंधक कमेटी के सचिव महेंद्र सिंह छाबड़ा व कनीय उपाध्यक्ष बीबी कंबलजीत कौर की मानें तो जोगा निवास तोड़ने के बाद वहां पर 15 हजार स्क्वायर फुट में दीवान हाॅल के निर्माण की योजना है.
इतना ही नहीं भूमिगत पार्किंग के विस्तार व आधुनिक सुविधाओं से लैस कमरों के निर्माण की भी योजना है. तख्त साहिब की विकास योजनाओं को मूर्त रूप देने में लगे बाबा इंद्रजीत सिंह ने बताया दीवान हाॅल के निर्माण का नक्शा बनाया गया है. इसका फाइनल एक दो दिनों में हो जायेगा. प्रस्तावित दीवान हाॅल का निर्माण कार्य दो वर्षों के अंदर पूर्ण करा लिया जायेगा. प्रस्तावित दीवान हाॅल के निर्माण के बाद वातानुकूलित बनाया जायेगा. इको साउंड के साथ आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा.
क्या होगा फायदा
सचिव ने बताया कि दीवान हाॅल के बड़ा हो जाने के बाद गुरुपर्व के दौरान पंडाल बनाने के झंझट से मुक्ति मिलेगी. बताते चलें कि श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज की जन्मस्थली होने के कारण प्रकाश उत्सव के समय देश-विदेश से सिख संगत गुरुपर्व में शामिल होने आती है. ऐसे में तख्त साहिब परिसर में अस्थायी तौर पर पंडाल बनाया जाता है, जिसमें विशेष दीवान सजता है. इस कारण संगत को भी परेशानी होती है. दीवान हाॅल के निर्माण होने की स्थिति में दरबार साहिब के बाहरी परिसर में लगने वाले पंडाल नहीं बनेंगे.

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