बिहार : शराबबंदी के दो साल पूरे होने पर नीतीश का विपक्ष पर तंज, कहा- पहले हाथ पकड़ा और अब अनैतिक राज…

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी के दो साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि शराब की वजह से महिलाओं की स्थिति बुरी रहती थी. हम तो महिलाओं को कहते थे कि अपना अनुभव शेयर कीजिए. एक बार एक महिला ने ही अपना अनुभव बताया, जिसे मैं बता रहा हूं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2018 2:14 PM

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी के दो साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि शराब की वजह से महिलाओं की स्थिति बुरी रहती थी. हम तो महिलाओं को कहते थे कि अपना अनुभव शेयर कीजिए. एक बार एक महिला ने ही अपना अनुभव बताया, जिसे मैं बता रहा हूं. उसने कहा कि मेरे पति शराब पीते थे. शाम को जब घर लौट कर आते थे, तो झगड़ा करते थे और इतना झगड़ा करते थे कि दिखने में क्रूर लगते थे. जब से शराबबंदी लागू हुई, उसके बाद शाम को घर आते हैं, हंसते हैं, मुस्कुराते हैं, बाजार से सब्जी खरीदकर लाते हैं और अब देखने में भी अच्छे लगते हैं.

मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह तो एक महिला का व्यक्तव्य और उसका अपना अनुभव है और उसी को हम सब जगह बताते हैं. यह तो एक परिवर्तन हुआ. सबको समझाने का प्रयास करना चाहिए. शराबबंदी को लेकर सशक्त अभियान चला. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 21 जनवरी 2017 को मानव श्रृंखला बनी, तो पूरे बिहार में हमलोगों का लक्ष्य था कि दो करोड़ लोग शामिल होंगे. लेकिन साहब लगभग चार करोड़ लोग मानव श्रृंखला में शामिल हुए. दुनियां में एक नया इतिहास बन गया, एक नया रिकॉर्ड बन गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोई मामूली बात है. हमारी आबादी भी 2017 में 12 करोड़ पूरी नहीं हुई थी. एक तिहाई लोग मानव श्रृंखला में खड़े हो गये. बुजुर्ग भी और युवा भी. स्त्री पुरुष सबलोग. सब लोग उत्साह के साथ खड़े हुए.

मुख्यमंत्री ने मंच से महिलाओं और कार्यक्रम में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि शराबबंदी और मानव श्रृंखला का कितना बड़ा असर हुआ. उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस होता है कभी-कभी मानव श्रृंखला में मेरा हाथ पकड़कर खड़े हुए और बाद में इसके खिलाफ में बोल रहे हैं. आजकल खिलाफ में बोल रहे हैं. बताइए भला यह कैसी नैतिकता है. यह कैसी अनैतिक राजनीति है. इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने किया. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत के बाद कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी का क्या असर है ये तो बिहार की जनता से पूछिए. विपक्ष पर हमलावर होते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उन लोगों को तो समाज के इस सुधार को लेकर भी राजनीति दिखती है, कमियां दिखती हैं.

कार्यक्रम में शराबबंदी को बड़ा सामाजिक परिवर्तन करार देते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कोई खत्म नहीं कर सकता. किसी की हिम्मत नहीं कि बिहार में शराबबंदी खत्म कर सके. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हिम्मत की दाद देता हूं, जो उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया और उसपर अडिग रहे.

यह भी पढ़ें-
नीतीश और रामविलास पासवान की बढ़ रही नजदीकियों को लेकर बिहार में सियासी चर्चा शुरू

Next Article

Exit mobile version