पटना : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने राजद विधायकों को अपना संदेश भेजा है. संदेश में कहा गया है कि समाज का कमजोर वर्ग राजद से आस लगाये बैठा है. उसकी आवाज को हर मंच पर उठाकर उसे बुलंद करना है. कमजोर व मजलूमों की रक्षा करनेवाले कानूनों को हटाया या बदला जा रहा है. सरकार की ओर से ही दलित, पिछड़ा, आदिवासी, अकलियत विरोधी प्रोपगंडा का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. अल्पसंख्यकों को हर तरह की प्रताड़ना से दबाया जा रहा है.
राजद विधायकों की बैठक में लालू प्रसाद के संदेश को पढ़ा गया. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी उपस्थित थी. विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बैठक की. संदेश में लालू प्रसाद ने लिखा है कि केंद्र सरकार समाज को बांटने, समाज का ध्रुवीकरण करने व ध्रुवीकरण के आधार पर चुनाव जीतने का को अपना लक्ष्य मानकर आगे बढ़ रही है. यह लोग मनुवादी व सांप्रदायिक सोच के साथ कानू बनाने व कानून बदलने की स्थिति में है. देश खतरनाक दौर से गुजर रहा है. आपातकाल से भी अधिक खतरनाक अघोषित आपातकाल है. 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती है. इस दिन हमें अपने संघर्ष का स्मृति चिंह बनाकर आगे बढ़ना है. पूरे देश को एक सूत्र में बांधना है.
अंबेडकर जयंती के दिन विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में दलित बस्तियों व कमजोर लोगों के बीच मनाने के लिए कहा गया है. लालू ने संदेश में कहा कि कुछ लोग अपने निजी हित के लिए देश को बांटते रहे तो आगे आनेवाली पीढ़ियां ना सिर्फ उन्हें बल्कि हमें भी माफ नहीं करेगी.
ये भी पढ़ें…लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप जल्द बनेंगे दूल्हा, जानें… कौन बनेगी राबड़ी की बहू