बिहार : ई-वे बिल में समस्या हो तो ये है हेल्प डेस्क नंबर, करें कॉल, दस हजार व्यवसायी ले चुके हैं लाभ

पटना : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की प्रणाली के तहत शुरू की गयी ई-वे बिल प्रणाली लागू हुए पांच दिन हो चुके हैं. लेकिन अभी भी कारोबारियों और ट्रांसपोर्टरों को कुछ व्यावहारिक समस्याओं से रूबरू होना पड़ रहा है. ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि ई-वे बिल की सही परीक्षा होनी अभी बाकी है, जब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2018 5:42 AM
पटना : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की प्रणाली के तहत शुरू की गयी ई-वे बिल प्रणाली लागू हुए पांच दिन हो चुके हैं. लेकिन अभी भी कारोबारियों और ट्रांसपोर्टरों को कुछ व्यावहारिक समस्याओं से रूबरू होना पड़ रहा है.
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि ई-वे बिल की सही परीक्षा होनी अभी बाकी है, जब दो सप्ताह बाद इंट्रा स्टेट ई-वे बिल लागू होगा. एक अप्रैल से लागू हुए ई-वे बिल प्रणाली को 50 हजार रुपये से अधिक के सामान को सड़क, रेल, हवाई या जल मार्ग से एक राज्य से दूसरे राज्य में ले जाने पर लागू किया गया है. बिल को लेकर कोई समस्या हो तो हेल्प डेस्क या टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं.
करीब दस हजार बिल जेनरेट :
पांच अप्रैल तक राज्य के लगभग दस हजार निबंधित व्यवसायी और ट्रांसपोर्टर ई-वे बिल जेनरेट कर चुके हैं. आंकड़ों की बात करें, तो चार अप्रैल तक 9650 व्यवसायी ई-वे बिल जेनरेट कर चुके थे, जिसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता है.
समाधान के लिए हेल्प डेस्क
ई-वे बिल से संबंधित समस्याओं के लिए हेल्प डेस्क बनाया गया हैं. इसमें 24 घंटे की सेवा उपलब्ध है. हेल्प डेस्क का नंबर है 0612- 2233512-13-14,15 व 16 है. इसके अलावा टोल फ्री नंबर 18003456102 पर भी कारोबारी व ट्रांसपोर्टर ई-वे बिल से संबंधित समस्याओं का हल जान सकते है.
-मुकेश कुमार, वाणिज्य कर पदाधिकारी
नयी व्यवस्था है, तो कुछ दिनों तक परेशानी होगी. संशोधन कर इसे काफी सरल बनाया गया है.
-उदय शंकर प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन
एक फरवरीको ही ई- वे बिल लागू किया गया था, लेकिन आॅनलाइन नेटवर्क सिस्टम कुछ ही घंटों में फेल हो गया था. ई-वे बिल पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है.
-राजेश कुमार खेतान, वरीय चार्टर्ड अकाउंटेंट

Next Article

Exit mobile version