पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल सत्यपाल मलिक एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार माेतिहारी के गांधी मैदान में आयोजित सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह कार्यक्रम में शामिल हुए. आयोजित कार्यक्रमको केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह, केंद्रीय मंत्री उमा भारती, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले चंपारण की धरती काे नमन करताहूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का स्वागत करता हूं. जिस तरह से स्वच्छता अभियान पर बल दिया गया है, उसकी जरूरतहै. 10 अप्रैल, 1917को गांधी जी पटना आये थे. इसके बाद यहां से मुजफ्फरपुरमें चार दिनों तक रहनेके बाद मोतिहारी पहुंचे थे और किसानों की समस्याओं से रूबरू हुएथे. आगे चलकर इसे सत्याग्रह का रूप मिला, वह जगजाहिरहै. किसानोंके सामने अंग्रेजोंको घुटने टेकने पड़े थे. बापू ने पूरे चंपारण के लोगोंको स्वच्छता, स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति जागरूक बनाया.
गांधी जी स्वच्छता पर जोर देते थे. आजादीके बाद देश की स्वच्छता की दिशा में ठीक से काम नहीं हुआ. स्वच्छता पर ठीक से अमल नहीं किया गया. गांधी जीके बाद अगर किसी ने स्वच्छता का मुद्दा उठायातो लोहिया जी थे. समाजवादी चिंतकडॉ. राम मनोहर लोहिया ने 50के दशक में ही कहा था कि अगर देशमें महिलाओं के लिए शौचालय का निर्माण हाे जाये तो मैं नेहरू जी का विराेध करना छोड़ दूंगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू के 150वें जन्म दिवस के अवसर पर पूरे भारतको खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गयाहै. बिहार को ओडीएफ की दिशा में ले जाने के लिए तेजी से काम चल रहाहै. हमने पूरे बिहारको आेडीएफ बनाने के लिए एक अभियान चला रखाहै. इसके साथ-साथ हर घर में नल का जल, बिजली एवं पक्की गली-नाली उपलब्ध कराने के लिए भी काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पीने का स्वच्छ पानी अौर खुले में शौच से मुक्ति मिल जाये तो हाेने वाली 90 प्रतिशत बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह का अभियान जरूरीहै और इसी से देश को गति मिलेगी. गांधी जीके बिहार आगमन का आज 101वां सालहै. हमारा संकल्पहै कि हम घर-घर तक गांधी जीके विचारों को पहुंचायेंगे. गांधी जी का कथावाचन प्रत्येक स्कूलमें कराया जायेगा. कथा संग्रह का काम पूरा कर लिया गयाहै. गांधी जी के विचारोंसे नयी पीढ़ीको अवगत करानाहै. अगर 10 से 15 प्रतिशत लोगों ने भी गांधी जीके विचारों को अपना लिया तो समाज, देश बदल जायेगा और हिंसा से छुटकारा मिल जायेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छताके साथ-साथ हमें एक दूसरे की इज्जत करनी चाहिए. प्रेम और सद्भाव के साथ ही देश आगे बढ़ सकताहै. तनाव और टकराव से देश आगे नहीं बढ़ सकता. मैं प्रधानमंत्री जी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम लाेगाें को खुले में शौचसे मुक्त करेंगे. जिस गरीबके पास शौचालय नहीं है, उनके लिए कई शौचालय एक साथ बनाने की हमारी योजना है, शौचालय निर्माणके बाद प्रत्येक परिवार काे एक शौचालय की चाबी दे देतेहैं. राज्य सरकार आठ हजार रुपये शौचालय बनानेके लिए देतीहै, इसके साथ ही केंद्रसे 4 हजार रुपये मिलतेहैं. बापू के जन्मके 150वें साल में हम पूरे भारत को खुलेमें शौच से मुक्त करेंगे. हमलोगों की इसके प्रति पूरी प्रतिबद्धता है, लक्ष्य को प्राप्त करने में
कामयाब हाेंगे.
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 योजनाओं का रिमाेटके माध्यम से शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को मधुबनी पेंटिंग भेंट की. प्रधानमंत्री ने जिन 5 योजनाआें की नींव रखी उनकी कुल लागत 1186.06 कराेड़ रुपये है. इसमें से 1164 करोड़ रुपये राजधानी पटना के लिए शुरू हाेने वाली 4 परियाेजनाआें पर खर्च किये जायेंगे. इससे यहां 381.7 किलोमीटर लंबाई के 3 सीवरेज नेटवर्क तैयार हाेंगे. इसके अलावा माेतिहारीके माेतीझील का पुनर्विकास, सौंदर्यीकरण पर 21.99 कराेड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. एनएच संख्या-2, जो औरंगाबाद से झारखंड की सीमा तक जाती है, उसकाे छह लेन बनाने के लिए शिलान्यास किया गया है, यह पहले से फोर लेनहै. प्रधानमंत्री ने सुगौली में एलपीजी प्लांट, मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलवे लाइन का दाेहरीकरण के साथ-साथ मोतिहारी में एलपीजी टर्मिनल तथा चंपारण हमसफर ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. साथ ही मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकाे माेटिव फैक्ट्री में तैयार पहले रेल इंजन काे प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को समर्पित किया.
12,000 हॉर्स पावर के इस इलेक्ट्रिक इंजन से रेल गाड़ियों की रफ्तार बढ़ जायेगी. प्रधानमंत्री ने स्वच्छाग्रही ई-बुक का रिमोट से लाेकार्पण किया. इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार में शौचालय निर्माण का कार्य तेजी से हाे रहाहै. बिहार सरकार ने लाखों शौचालय बनवायेहैं. बिहार में स्वच्छता का दायरा लगातार बढ़ रहाहै. बिहार ने एक सप्ताह में 1.5 लाख शौचालय बनाने का रिकॉर्ड बनायाहै. स्वच्छता अभियान से बड़ी संख्यामें महिलायें भी जुड़ी हुईहैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार माेदी के नेतृत्व में बिहार आगे बढ़ रहा है. बिहारके विकासके लिये केंद्र-राज्य सरकार साथ हैं.
इस अवसर पर स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ट योगदानके लिये दस स्वच्छाग्रहियों को प्रधानमंत्री ने प्रमाण पत्र, शॉल, प्रतीक चिह्न एवं 51-51 हजाररुपये का चेक प्रदान किया. कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता पर आधारित लघु वृतचित्र भी दिखाया गया. कार्यक्रम में बिहारके राज्यपाल सत्य पाल मलिक, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री रामपाल यादव, केंद्रीय मंत्री एसएस अहलुवालिया, बिहार सरकारके लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री विनाेद नारायण झा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पर्यटन मंत्री प्रमाेद कुमार, सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह के अलावा अन्य जनप्रतिनिधिगण, वरीय पदाधिकारीगण, विशिष्ट अतिथिगण, स्वच्छता अभियान से जुड़े स्वच्छाग्रहीगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. कार्यक्रम के पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार आगमन पर पटना हवाई अड्डा पर राज्यपाल सत्य पाल मलिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित केंद्रीय एवं राज्य मंत्रिमण्डल के अनेक मंत्रीगणों ने उनकी अगुवाई की तथा कार्यक्रम के उपरांत दिल्ली के लिये रवाना हाेने से पहले प्रधानमंत्री काे पटना हवाई अड्डा पर विदाई दी गयी.