पटना : रालोसपा नेता और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया एक बड़ा बयान दिया है. कुशवाहा ने कोर्ट के फैसले के बारे में बात करते हुए कहा है कि देश में कोर्ट के फैसले की वजह से दलित समुदाय और पिछड़े वर्ग के लोगों को नुकसान हो रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि कोर्ट में दलितों के साथ पिछड़ों का प्रतिनिधित्व नहीं है. इसकी वजह से कई तरह के फैसले आ रहे हैं. इस अवस्था में केंद्र सरकार पर किसी तरह के आरोपों को मढ़ना ठीक नहीं है.
उपेंद्र कुशवाहा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पूरे देश में वर्ष दो हजार वाले हालात वन गये हैं. उन्होंने अपने ऊपर हुए हमले की भी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा दलितों और पिछड़ों की आवाज उठायी है. उनके अधिकार जबतक नहीं मिलते, तब तक उनकी लड़ाई वाजिब है. कुशवाहा ने कहा कि मेरे साथ कुछ लोगों ने बदमाशी की. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मेरी बात को समझ रहे हैं.
कुशवाहा ने वर्तमान परिस्थितियों को समाज के लिए बेहतर नहीं बताया और कहा कि कुछ लोगों के द्वारा इस तरह की परिस्थितियां पैदा की जा रही है. ज्यादात्तर सवर्ण इस तरह के नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कल उनके साथ जो हुआ, उसके बारे में बिहार के मुख्यमंत्री ने मुझे फोन किया और पूरी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि लोग सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ नहीं, बल्कि उस फैसले के खिलाफ हैं. उन्होंने बताया कि मंडल कमीशन लागू है, लेकिन इसका फायदा 7 या 8 फीसदी ही हुआ है. उन्होंने जजों की बहाली के लिए आयोग के गठन की भी मांग की.
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